
कांग्रेस के जनप्रतिनिधि नहीं शामिल हो पाए क्राइसिस मैनेजमेंट समिति की बैठक में
इंदौर।जिस तरह से शहर में संक्रमण के आंकड़ों में बढ़ोतरी हो रही थी, उसको लेकर प्रशासन के अधिकारी शहर खोलने के पक्ष में नहीं थे, लेकिन भाजपा के सभी नेताओं ने उन्हें कहा कि दो बड़े त्योहार सामने हैं और पहले ही काम-धंधे चौपट पड़े हुए हैं। अगर बाजार खुल जाएगा तो लोगों को भी आसानी होगी।
शाम तक तय नहीं था कि क्राइसिस मैनेजमेंट समिति की बैठक होगी और इसमें इतना बड़ा निर्णय ले लिया जाएगा। साढ़े 8 बजे भाजपा के वे नेता, जो क्राइसिस मैनेजमेंट समिति के सदस्य थे, रेसीडेंसी कोठी पहुंचे और इसके पहले ताबड़तोड़ जिला प्रशासन के अधिकारियों को सूचना दी गई कि बैठक रखी जाना है। कलेक्टर मनीषसिंह, डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र और निगमायुक्त प्रतिभा पाल भी रेसीडेंसी पहुंचे और मीटिंग शुरू हुई। मीटिंग में भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे ने कलेक्टर से कहा कि शहर में कोरोना नियंत्रण में है और अब आंकड़े भी कम होने लगे हैं। चूंकि ईद और राखी ऐसे त्योहार हैं, जिनमें बाजारों में खरीदारी होती है। पिछले चार महीनों से जो माहौल शहर में चल रहा है, उससे व्यापार-धंधे चौपट पड़े हुए हैं। कलेक्टर कुछ कहते इसके पहले ही मोघे ने कहा कि हम बाजार खोलने का प्रस्ताव तो दे रहे हैं, लेकिन बाजारों के प्रतिनिधि इसकी जवाबदारी लेंगे। हालांकि बैठक में कांग्रेस के शहर अध्यक्ष और पूर्व मंत्री सहित जनप्रतिनिधियों को भी बुलाना था। कांग्रेस का कहना है कि हमें बैठक की सूचना तक नहीं दी गई।
खुले मुंह खरीदारी
शहर में राखी की खरीदारी भी चल रही है, लेकिन दुकानों पर ग्राहक बिना मास्क के ही दिखाई दे रहे हैं। अगर ऐसी ही चलता रहा तो आने वाले समय में संक्रमण बढऩे से कोई रोक नहीं सकता।
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