
इन्दौर। अन्नपूर्णा मंदिर (Annapurna Temple) के मुख्य द्वार के पास गली में मंदिर की जमीन (Temple Land) पर कई कमरे और मकान बने हुए हैं, जिन्हें आज तोडऩे के लिए निगम और प्रशासन (Corporations and Administration) का अमला पहुंचा तो मौके पर बवाल मच गया। महिलाओं ने कार्रवाई का विरोध करते हुए खुद पर भरी हुई केन का घासलेट उड़ेल लिया, साथ ही कई महिलाएं सडक़ पर लेट गईं। उन्होंने छोटे-छोटे बच्चों पर भी घासलेट डाल दिया और कहने लगी कि यहां मकान तोड़ोगे तो हमारी अर्थी भी ले जाना। अधिकारियों ने कई महिलाओं के हाथ से घासलेट की केन छीनी तो वे सडक़ों पर लेट गईं। बमुश्किल महिला पुलिस बल ने उन्हें हटाया। कार्रवाई के दौरान वहां हंगामा मच गया और वहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ लग गई। रहवासियों का आरोप था कि पास के कई अन्य मकानों को नहीं तोड़ा जा रहा है और सिर्फ उनके मकान ही तोड़े जा रहे हैं।
कल तहसीलदार और प्रशासन के अधिकारी उक्त क्षेत्र में स्थिति देखने पहुंचे थे और उसके बाद आज वहां कार्रवाई की तैयारी की गई थी। सुबह 9 बजे भारी भरकम पुलिस बल के साथ निगम की टीम और प्रशासन के अधिकारी पुलिस बल के साथ क्षेत्र में पहुंचे। पहले रहवासियों ने अफसरों से कहा कि उन्हें एक या दो दिनों की मोहलत दे दी जाए, ताकि वे अपना सामान यहां से कहीं और शिफ्ट कर सके। जिस जमीन पर मकान बने हैं, वह अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट की है और वहां बड़ी गौशाला से लेकर अन्नक्षेत्र का निर्माण होना है। सुबह जैसे ही रिमूवल अमला पुलिस बल के साथ क्षेत्र में पहुंचा तो महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया।
महिलाएं उन्हें कुछ समय देने की मांग कर रही थी और अधिकारियों ने इससे साफ इनकार कर दिया, जिसके चलते वहां दो से तीन महिलाओं ने घरों में भरकर रखी घासलेट की केन बाहर लाईं और खुद पर कुछ अन्य महिलाओं पर भी घासलेट उड़ेल दिया और साथ ही बच्चों पर ही घासलेट डाल दिया, जिसके चलते वहां खड़े अधिकारी सकते में आ गए। महिला पुलिस की मदद से घासलेट डाल रही महिलाओं के हाथों से केन छीनी, महिलाएं विरोध करते हुए चिल्ला रही थीं कि उनके मकान भले ही तोड़ दो, उनकी अर्थी भी उन्हें ही लेकर जाना पड़ेगी, इस पर कई अधिकारी महिलाओं को समझाइश देते रहे, लेकिन कई महिलाएं उन्हें मोहलत देने की मांग करती रहीं।
कार्रवाई के दौरान हंगामे के बीच बेहोश हुई वृद्धा, अफसरों के हाथ-पैर फूले
कार्रवाई के दौरान क्षेत्र में भारी हंगामा चलता रहा। इसी बीच वहां एक वृद्धा बेहोश हो गई और बीच सडक़ पर गिर पड़ी, जिसके कारण लोगों में और गुस्सा फैल गया। वृद्धा के बेहोश होते ही अफसरों के हाथ-पैर फूल गए और तत्काल वृद्धा को पानी पिलाया, वहीं एक युवक पास के हाइटेंशन लाइन के खंभे पर चढ़ गया, वह युवक पास की दीवार से चुपचाप चढ़ते हुए हाइटेंशन लाइन तक जा पहुंचा, जब वह सिंधु भवन की बाउंड्रीवाल से होते हुए खंभे तक पहुंच रहा था तो अफसरों के हाथ-पैर फूल गए और उसके परिवार की महिलाएं जोर-जोर से चिल्लाने लगी।
कार्रवाई का विरोध करते हुए युवती पेड़ पर जा चढ़ी
कार्रवाई का विरोध करते हुए एक युवती अफसरों और महिला पुलिस की नजरों से बचकर पहले तो वहां बने मकानों के पतरे पर चढ़ गई और उसके बाद वह समीप के पेड़ पर काफी ऊंचाई तक चढक़र बैठ गई और अफसरो को कहती रही कि अगर उसका मकान तोड़ा तो वह यहां से नीचे कूद जाएगी। हैरान-परेशान अफसरों ने पुलिसकर्मियों को मकानों के पतरे पर भेजा। पेड़ पर चढ़ी युवती को समझाश देने के लिए अन्नपूर्णा थाने के दो पुलिसकर्मी भी पतरे पर चढ़, इसी दौरान अचानक दोनों पुलिसकर्मी पतरे सहित मकान में जा गिरे।
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