
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ताबड़तोड़ छापेमारी (Raid) से पश्चिम बंगाल (West Bengal) में हड़कंप मच गया है. ईडी कोलकाता जोन की टीम ने शुक्रवार (7 नवंबर) को सुबह एक बड़े ऑपरेशन के तहत बिधाननगर, कोलकाता और सिलीगुड़ी में करीब 8 जगहों पर छापेमारी अभियान चलाया. बताया जा रहा है कि ये कार्रवाई मानव तस्करी मामले (Human Trafficking Cases) को लेकर की गई है.
केंद्रीय जांच एजेंसी के मुताबिक ये कार्रवाई एक ऐसे संगठित मानव तस्करी और वेश्यावृति से जुड़ी है, जिसे कुछ कारोबारी बार-कम-रेस्टोरेंट्स के जरिए चला रहे थे. बता दें कि ED की ये जांच पड़ताल पश्चिम बंगाल पुलिस की कई FIRs और चार्जशीट पर आधारित है.
इन मामलों में मुख्य आरोपियों के तौर पर जगजीत सिंह, अजमल सिद्दीकी, बिष्णु मुंद्रा और कई अन्य लोगों के नाम शामिल हैं. पुलिस ने इनके खिलाफ IPC, Arms Act और Immoral Traffic Prevention Act की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था.
सूत्रों के मुताबिक आरोपी गरीब लोगों और कमजोर महिलाओं को झूठे नौकरी के वादे देकर कोलकाता और सिलीगुड़ी लाते थे. इसके बाद उन्हें जबरदस्ती वेश्यावृत्ति में धकेल दिया जाता था. इस पूरे नेटवर्क से कई करोड़ रुपये की नकद कमाई होती थी, जिसे आरोपी कई कंपनियों के जरिए सफेद कर रहे थे.
बता दें कि ED की टीम ने आज यानि शुक्रवार को जिन ठिकानों पर छापेमारी की है, उनमें आरोपियों के घर, ऑफिस और कई बार-कम-रेस्टोरेंट्स भी शामिल हैं. केंद्रीय जांच एजेंसी को शक है कि ये आरोपी बार और रेस्टोरेंट के बिजनेस का इस्तेमाल अपनी गैरकानूनी कमाई को वैध दिखाने के लिए करते थे. ईडी के मुताबिक हवाला और नकली कंपनी के जरिए आरोपियों द्वारा पैसों को इधर से उधर ट्रांसफर किया जा रहा था.
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