
इन्दौर। एमजीएम मेडिकल कॉलेज में पढऩे वाले जूनियर छात्रों के साथ सबकुछ ठीक नही चल रहा है। इस बात का खुलासा उस समय हुआ जब एंटी रैगिंग कमेटी दिल्ली के पास कुछ जूनियर छात्रों का रैगिंग कर प्रताडि़त करने का मेल पहुंचा। रैगिंग में किन-किन सीनियरों का हाथ है, इसका अब पुलिस खुलासा करेंगा। पुलिस ने फिलहाल अज्ञात छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की है।
संयोगितागंज पुलिस ने बताया कि मेडिकल कालेज के डीन ने कर्मचारी राकेश वर्मा को इस मामले में एफआईआर करने के लिए पहुंचाया, जिसके बाद पुलिस ने एमजीएम मेडिकल कालेज के सीनियर छात्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली। दरअसल कुछ जूनियर छात्रों ने एंटी रैगिंग कमेटी की साइट पर मेल किया था कि कॉलेज परिसर में सीनियर छात्र तरह-तरह की प्रताडऩाएं दे रहे हैं। कभी वे नाच-गाना करवाते तो कभी खाने-पीने का सामान बुलाते।
ठीक से यह सीनियर पढ़ाई भी नहीं करने दे रहे हैं। इनकी प्रताडऩाओं से तंग आकर जूनियर छात्र तनावग्रस्त हो गए। बताया जा रहा है कि मेल करने वाले पीडि़त जूनियर छात्रों ने अपने नाम भी गोपनीय रखे, ताकि सीनियर उन्हें शिकायत के बाद प्रताडि़त नहीं करे। हालांकि पुलिस एक-एक करके इन जूनियरों के बयान लेगी कि इन्हें कौन-कौन प्रताडि़त कर रहा है। कल पुलिस ने एफआईआर में भी आरोपी छात्रों के नाम नहीं लिखे।
अब इन सीनियरो पर पुलिस नामजद कार्रवाई करेगी। बताया जा रहा है कि छात्रों की शिकायत के बाद एंटी रैगिंग कमेटी ने सबसे पहले डीन को अवगत कराया। पुलिस से भी इस मामले में क्या कार्रवाई हुई, इसका जवाब मांगा जाएगा। रैगिंग का यह पहला मामला नहीं है। इस पहले भी एमजीएम मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के कई मामले सामने आए। देशभर में कई छात्र रैगिंग से प्रताडि़त होकर अपनी जान तक दे चुके हैं।
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