
इंदौर। आज सुबह महापौर पुष्यमित्र भार्गव और जनकार्य समिति प्रभारी राजेन्द्र राठौर सहित जीएसआईटीएस की प्रोफेसर उत्तम आशा और निगम अधिकारी शास्त्री ब्रिज के अलावा रीगल चौराहा रोटरी परिसर का अवलोकन करने पहुंचे। दरअसल, शास्त्री ब्रिज का एक हिस्सा धंसने और चूहों के बिलों की जानकारी सामने आने के बाद रीगल चौराहा पर बनी रोटरी की भी जांच की गई तो पता चला कि सैकड़ों की तादाद में चूहों के बिल यहां भी मौजूद हैं।
यहां गांधी जी की वर्षों पुरानी प्रतिमा भी लगी है। अब निगम रीगल चौराहे का सौंदर्यीकरण करने के साथ गांधी जी की प्रतिमा भी नई लगवाना चाहता है। मगर उसके पहले मेट्रो कॉर्पोरेशन के अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी, क्योंकि रीगल चौराहा पर भी मेट्रो स्टेशन बनना है। लिहाजा उनकी प्लानिंग के आधार पर सौंदर्यीकरण की योजना निगम द्वारा बनाई जाएगी। निरीक्षण के दौरान पार्षद पंखुड़ी जैन डोसी, कार्यपालन यंत्री नागेन्द्रसिंह भदौरिया, झोनल अधिकारी गीतेश तिवारी सहित अन्य मौजूद रहे। महापौर भार्गव ने निरीक्षण के उपरांत कहा कि चौराहे पर मिट्टी धंसने की समस्या स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है।
यहां चूहों द्वारा बनाए गए बिलों के कारण जमीन कमजोर होने के साथ-साथ मिट्टी पोली हो रही है, जिससे धंसाव की स्थिति बन रही है। आज जीएसआईटीएस तथा नगर निगम के विशेषज्ञों के साथ विस्तृत निरीक्षण किया गया है। मेट्रो विभाग के अधिकारियों से भी चर्चा की जाएगी कि इस क्षेत्र में प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन की क्या योजना है तथा क्या इससे भू-स्तर पर कोई तकनीकी प्रभाव पड़ रहा है। यदि मेट्रो कार्य से कोई व्यवधान नहीं है, तो तत्कालीन समाधान पर कार्य आरंभ किया जाएगा। रोटरी परिसर में स्थित हाईमास्ट पोल एवं राष्ट्रीय ध्वज पोल के आसपास की मिट्टी को मजबूत करने के लिए जमीन के अंदर सुदृढ़ वॉल निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही पोल के चारों ओर ठोस सामग्री भरकर आधार को सुरक्षित एवं स्थायी मजबूती प्रदान की जाएगी।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved