- भारत को भी देगा अपनी कोरोना वैक्सीन
- अमेरिका-ब्रिटेन से आगे निकला रूस
मास्को। रूस अक्टूबर से अपने देश में बड़े पैमाने पर कोरोना वायरस वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू करने जा रहा है। रूस जो दावा कर रहा है उसका मतलब है कि वह अमेरिका, ब्रिटेन और चीन से वैक्सीन बनाने में आगे निकल गया है। हालांकि, रूस के दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अगर रूसी कोरोना वैक्सीन सबसे पहले सफल साबित होती है तो भारत को भी इसकी सप्लाई मिल सकती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी अधिकारियों ने 10 अगस्त तक मुख्य वैक्सीन को मंजूरी दिए जाने की बात कही है। उनका इरादा भारत, ब्राजील और सऊदी अरब जैसे देशों के साथ वैक्सीन की बिक्री की डील करने का भी है। रूसी अधिकारियों ने कहा है कि भारत सहित इन देशों ने उनकी वैक्सीन खरीदने में रुचि दिखाई है।
रूस का कहना है कि वह अगले महीने यानी सितंबर में वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर देगा और अक्टूबर से देश में बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन कैंपेन शुरू होंगे। खास बात ये है कि वैक्सीन ट्रायल में तेजी लाने के लिए रूस में रिसर्चर्स ने खुद को भी वैक्सीन लगवा ली थी।
वहीं, अमेरिका-ब्रिटेन की कोरोना वैक्सीन ट्रायल के बारे में काफी जानकारी प्रकाशित की गई है, लेकिन रूस की वैक्सीन के बारे में सीमित जानकारी ही सामने आ पाई है। अपुष्ट रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि एक रूसी वैक्सीन देश के अमीर लोगों को मिलने भी लगी है।
रूस के व्यापार मंत्री डेनिस मैन्तुरोव ने कहा है कि एक महीने में रूस वैक्सीन की लाखों खुराक का उत्पादन कर सकता है। उन्होंने कहा कि एक कंपनी रूस में तीन जगहों पर उत्पादन की तैयारी कर रही है। इससे पहले रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखैल मुराश्को ने कहा था कि क्लिनिकल ट्रायल पूरा हो गया है और अब कागजी कार्रवाई की जा रही है।