
नई दिल्ली। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) भारत पहुंच गए हैं। पुतिन 4 साल बाद भारत आए है। रूस-यूक्रेन जंग (Russia-Ukraine war) शुरू होने के बाद यह उनका पहला भारत दौरा है। उन्हें रिसीव करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) काफिले के साथ एयरपोर्ट पहुंचे। विमान से उतरते ही पीएम मोदी ने उनका गले लगाकर स्वागत किया। इससे पहले दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया।
पीएम मोदी आज रात उनके सम्मान में एक प्राइवेट डिनर की मेजबानी करेंगे। पुतिन करीब 30 घंटे तक भारत में रहेंगे। पुतिन के भारत पहुंचने से पहले रूस के कई मंत्री दिल्ली पहुंच चुके हैं। इनमें डिप्टी प्रधानमंत्री डेनिस मांतुरोव, रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और कृषि मंत्री दिमित्री पेट्रोव शामिल हैं।
कहा जा रहा है कि इस दौरान भारत और रूस के बीच कई अहम समझौते हो सकते हैं, जिसमें S-400 मिसाइल सिस्टम खरीद शामिल है। रूस अपना Su-57 स्टेल्थ फाइटर जेट और उसकी तकनीक बिना शर्त के भारत को देने के लिए तैयार है। रूसी Su-57 जेट्स को अमेरिका के F-35 का तोड़ माना जाता है। Su-57 की तरह F-35 भी 5वीं जेनरेशन का लड़ाकू विमान है। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह दुश्मन के रडार को चकमा दे सके।
रूस का कहना है कि Su-57 की तकनीक पर कोई रोक नहीं होगी। इसमें इंजन, रडार, स्टेल्थ तकनीक और आधुनिक हथियारों की जानकारी भी दी जा सकती है। रूस ने यह भी कहा कि अगर भारत चाहे तो Su-57 को भारत में ही बनाया जा सकता है। रूस ने भारत को टू-सीटर Su-57 बनाने की जॉइंट प्लानिंग का भी प्रस्ताव दिया है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved