पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और राबड़ी देवी (Rabri Devi) के बड़े बेटे और खुद बिहार के मंत्री रहे तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav ) एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं। यह विवाद उनके द्वारा काशी विश्वनाथ धाम के प्रतिबंधित क्षेत्र में रील बनाने को लेकर खड़ा हुआ है। तेजप्रताप शुक्रवार को यहां पहुंचे थे और दर्शन के बाद उन्होंने धाम परिसर में रील बनाई थी। विवाद बढ़ने के बाद विश्वनाथ धाम के सीईओ ने इसकी जांच का आदेश दे दिया है।
राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप शुक्रवार को अचानक धाम पहुंचे थे। उन्होंने दर्शन-पूजन के दौरान बनाया वीडियो सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर अपने अकाउंट में अपलोड किया था। करीब 52 सेकंड के इस वीडियो में उनके करीब पुलिस और सीआरपीएफ के जवान भी दिख रहे हैं। इसमें तेजप्रताप को गर्भगृह के सामने खड़े होकर मंदिर के शिखर को प्रणाम करते देखा जा सकता है।
वीडियो वायरल होने के बाद सीईओ विश्वभूषण ने इसका संज्ञान लिया और जांच के आदेश दिये। उन्होंने शनिवार को बताया कि काशी विश्वनाथ धाम के रेड जोन में बनाए गए वीडियो का विषय संज्ञान में आया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा, पवित्रता और व्यवस्था बनाए रखना मंदिर प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सुरक्षा संबंधी उत्तरदायित्व का निर्वहन मंदिर प्रशासन सीआरपीएफ एवं पुलिस विभाग के सहयोग से करता है। इसलिए मंदिर प्रशासन ने सीआरपीएफ औऱ पुलिस से जांच की अपेक्षा की है। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा कि भविष्य में मंदिर परिसर में निर्धारित नियमों एवं दिशा-निर्देशों का पूर्ण पालन हो। जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए सम्बंधित विभाग में संस्तुति की जाएगी।
बढ़ सकती हैं मुश्किलें
तेज प्रताप यादव को हाल ही में लालू प्रसाद यादव ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था। इसके बाद से वह लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह और अन्य प्रतिबंधित क्षेत्रों में वीडियो बनाना नियमों के खिलाफ है। मंदिर परिसर जैसे संवेदनशील धार्मिक स्थल पर नियमों का उल्लंघन कर रील बनाना उनकी मुश्किलें बढ़ा सकता है।
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