
इंदौर (Indore)। नगर निगम के अधिकारियों के द्वारा किए जा रहे दावे की कल रात पोल खुलकर सामने आ गई। इन अधिकारियों ने दावा किया था कि अब सराफा बाजार में रात को लगने वाली चौपाटी में कोई चायनीज की दुकान नहीं लग रही है। कल रात जब नगर निगम की राजस्व समिति के प्रभारी निरंजन सिंह चौहान वहां दौरा करने के लिए पहुंचे तो इस चौपाटी में धड़ल्ले से चायनीज आइटम बिक रहे थे। उन्होंने इन दुकानों को चलाने वालों को यह कारोबार बंद करने की चेतावनी दी। नगर निगम द्वारा दी गई अनुमति के आधार पर सराफा बाजार की चौपाटी में 69 दुकान लग रही हैं। निगम के अधिकारियों द्वारा यह दावा भी किया गया था कि सराफा बाजार में लगने वाली चाइनीज आइटम की सारी दुकान बंद करवा दी गई हैं।
निगम अधिकारियों का यह दावा पूरी तरह फर्जी साबित हुआ। कल रात को नगर निगम के राजस्व समिति के प्रभारी निरंजन सिंह चौहान गुड्डू सराफा बाजार की इस चौपाटी का दौरा करने के लिए पहुंचे। उन्होंने दुकान नंबर 58 पर सैंडविच बिकते हुए देखा तो वहां जाकर पूछा कि क्या 50 साल पहले के इंदौर में सैंडविच बिकता था? इसके बाद एक बिना नंबर के लगी हुई दुकान को देखा। इस दुकान पर पनीर टिक्का बेचा जा रहा था। इसके बाद दुकान नंबर 7 आगरा चाट पर भी पनीर टिक्का बेचा जा रहा था। वहां से भी सामान हटवाया गया। बड़ा सराफा बाजार में पूरा घूमते हुए जब वह दुकान नंबर 12 पर पहुंचे तो वहां पर विकास यादव द्वारा हाट डाग बेचा जा रहा था। इसके बाद दुकान नंबर 21 बालाजी चाट सेंटर पर दिनेश शर्मा भी हाट डाग बेच रहे थे। वहां भी कहा गया कि अब आगे से यह मत बेचना।
दुकान नंबर 44 पर दीपक नेमा भुट्टे के दाने की चाट गरम-गरम बेच रहे थे। दुकान नंबर 43 पर हनी पिज़्ज़ा बिक रहा था। इस दुकान को बंद करने के लिए कहा गया। एक बिना टोकन की दुकान पर पाव-भाजी का कारोबार हो रहा था। इस दुकान को हटाने के लिए निर्देशित किया गया। दुकान नंबर 47 पर इंदौरी तंदूरी चाय बेची जा रही थी। यहां भी जाकर पूछा गया कि भाई तंदूरी चाय क्या इंदौर में 50 साल पहले बिकती थी? दुकान नंबर 24 पर पनीर टिक्का बिक रहा था। इस दुकान को पिछले दो दिन से चेतावनी दी जा रही थी, लेकिन दुकानदार समझने के लिए तैयार नहीं है। कई दुकानों पर हाट डाग बिकता हुआ पाया गया। हालांकि इस दौरे की शुरुआत में गुड्डू सराफा थाने के पास में खड़ी नगर निगम की रिमूवल की गाड़ी पर पहुंचे तो देखा कि रिमूवल की पूरी टीम आराम से गाड़ी में बैठकर मोबाइल चला रही थी।
69 दुकानों की सूची से निगम ने पल्ला झाड़ा
सराफा बाजार का दौरा पूरा होने के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए चौहान ने कहा कि जो 69 दुकान लग रही हैं, वह नगर निगम द्वारा फाइनल नहीं की गई है। इन दुकानों की सूची चौपाटी के व्यापारी एसोसिएशन और सराफा के व्यापारी एसोसिएशन द्वारा मिलकर बनाकर दी गई है। इन दुकानों को लेकर हमारे पास बहुत सारी शिकायत आ रही हैं। इनमें से जो दुकान ज्यादा पुरानी नहीं होगी, उन्हें हटाया जाएगा और जिन पुरानी दुकानों का नाम इसमें नहीं लिखा गया है, उन्हें जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी इन दुकानों की सूची का फिर से परीक्षण किया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस सूची में कहीं कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। भाजपा नेताओं के रिश्तेदारों को दुकान देने के मामले में कहा कि इन शिकायतों की जांच होगी। एक ही परिवार को एक से अधिक दुकान दिए जाने के मामले की भी जांच की जाएगी।
सराफा के हटाए गए कारोबारी आधी रात के बाद मंत्री के घर पहुंचे
सराफा बाजार में रात के समय लगने वाली चौपाटी से जिन व्यापारियों को हटाया गया है वह कल आधी रात के बाद प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के निवास पर पहुंचे। वहां पर काफी देर तक मंत्री जी का इंतजार करने के बाद इन लोगों की विजयवर्गीय से मुलाकात हुई। इस मुलाकात में इन व्यापारियों ने अपना दर्द व्यक्त किया। इनका कहना था कि हम पिछले कई सालों से सराफा बाजार में अपनी दुकान लगाते आ रहे हैं। इसी दुकान से हमारे परिवार का पालन पोषण होता है। नगर निगम के द्वारा हमें हटा दिया गया है। इससे हम लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। विजयवर्गीय ने इन लोगों की बात को ध्यान से सुना और फिर उन्हें आश्वस्त किया कि आप लोगों को बेरोजगार नहीं किया जाएगा। आप लोगों को कोई वैकल्पिक स्थान दिया जाएगा। उस स्थान पर आप अपनी दुकान लगाकर कारोबार कर सकेंगे। इस दौरान कुछ व्यापारियों के द्वारा सराफा में ही वापस दुकान लगाने की अनुमति देने का भी आग्रह किया। ऐसे व्यापारियों को विजयवर्गीय ने साफ कर दिया कि सर्राफा बाजार में तो आपको दुकान लगाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
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