
लंदन । ब्रिटेन में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) संक्रमण के 892 नये मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या 3,07,258 हो गयी है। ब्रिटेन के स्वास्थ्य एवं सामाजिक कल्याण मंत्रालय ने यह जानकारी दी। इससे एक दिन पहले देश में कोरोना संक्रमण के 938 नये मामले सामने आये थे।
अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक ब्रिटेन में अब तक कोरोना संक्रमण के 3,07,258 मामलों की पुष्टि हो चुकी है जबकि इस महामारी के कारण 46,295 लोगों की मौत हो चुकी है।
बतादें कि अगले सप्ताह से ब्रिटेन में कोरोना वायरस और फ्लू की जांच नए रैपिड टेस्ट से की जाएगी. इसका सबसे पहला इस्तेमाल केयर होम्स और लैब में होगा. इस नए रैपिड स्वैब टेस्ट को लैमपोर कहा गया है और अगले हफ्ते से केयर होम्स और लैब में करीब पांच लाख टेस्ट किए जा सकेंगे. बाद में लैमपोर से साल के अंत में लाखों टेस्ट किए जा सकेंगे. इसके जरिए स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 और अन्य बीमारियों के बीच अंतर करने में मदद मिलेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अगले सप्ताह से अस्पताल, नर्सिंग होम्स और लैब के टेस्ट करने की क्षमता 5.8 मिलियन करने की हो जाएगी.
यहां कहा जा रहा है कि टेस्ट को अंजाम देने के लिए बहुत ज्यादा मेडिकल ट्रेनिंग की जरूरत नहीं होगी. इसका मतलब ये हुआ कि टेस्ट को क्लीनिकल वातावरण से भी बाहर किया जा सकता है. इससे वर्तमान टेस्टिंग क्षमता में अप्रत्याशित वृद्धि होगी. स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा, “सच यही है कि ये टेस्ट फ्लू और कोविड-19 की पहचान कर पाएंगे. हम सर्दी के मौसम में जानेवाले हैं, इसलिए मरीजों को सही सलाह दी जा सकेगी जिससे खुद को भी और दूसरों को भी बचा सकें.” माना जाता है कि सितंबर से एनएचएस अस्पतालों में 5 हजार मशीनों को लगाया जाएगा जिनसे नाक का स्वैब सैंपल लिया जा सकेगा. 5 हजार मशीनों से 58 लाख टेस्ट करने का दावा किया गया है.
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