
इन्दौर। शुक्रवार की रात 12 बजे के आसपास संजय सेतु पर राखी की खरीदारी के लिए परिवार सहित पहुंचे लोगों की भारी भीड़ जमा थी। इसी दौरान दुकानें बंद कराने को लेकर पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और बातचीत के दौरान विवाद की स्थिति बन गई तो दुकानदार कहने लगे कि ऐसी सख्ती दूसरे इलाकों में क्यों नहीं की जाती। एक दिन का त्योहार है और उसमें भी ग्राहकी के बीच दुकानें बंद कराई जा रही हैं। बाद कई जनप्रतिनिधियों के फोन लगवाए गए।
पिछले 10 दिनों से राखी के चलते इस बार बाजार गुलजार रहे और दोपहर से लेकर देर रात तक बाजार में खरीदारी के लिए खासी चहल पहल रही। राजबाड़ा और उसके आसपास के व्यापारिक क्षेत्र में भी भारी भीड़ उमड़ रही थी, जिसके चलते पुलिस से लेकर यातायातकर्मियों को व्यवस्था संभालने में पसीने आ गए। कई जगह जाम की नौबत भी बनी। शुक्रवार रात पौने 12 बजे एमजी रोड थाना पुलिसकर्मी संजय सेतु पर पहुंचे और दुकानदारों को दुकाने बंद कराने को कहा, जिस पर दुकानदारों का कहना था कि अभी ग्राहकी चल रही है और ऐसे में इतनी भीड़ के बीच वे दुकानें क्यों बंद कर दें। कई दुकानदारों ने पुलिसकर्मियों को समझाया कि एक दिन का त्योहार है। मंदी के दौर में कई गरीब लोगों ने व्यापार के लिए कर्जा लेकर दुकानें लगाई हैं, मगर इसी दौरान विवाद बढ़ गया और पुलिस के कुछ अन्य अधिकारी भी वहां पहुंचे। दुकानदारों ने अफसरों के सामने ही कहा कि ऐसी सख्ती अन्य क्षेत्रों में क्यों नहीं बताई जाती है, जिसको लेकर विवाद हो गया और बाद में दुकानदारों ने बजरंग दल से लेकर हिन्दू संगठनों के कई लोगों को मौके पर बुला लिया था। दूसरी ओर कुछ विधायकों को भी मामले की शिकायत की गई। करीब एक से डेढ़ घंटे तक विवाद चलता रहा और इस दौरान खरीदारी करने आए लोग डर के मारे लौट चुके थे।
चेतावनी के बाद भी ई-रिक्शा का जमघट, ट्रैफिक का कबाड़ा
राजबाड़ा, यशवंत रोड, कृष्णपुरा छत्री, सीतलामाता बाजार, कपड़ा मार्केट, पीपली बाजार, बर्तन बाजार, मारोठिया, पुराना एमजी रोड थाना, इमली बाजार और शिवविलास पैलेस से लेकर मध्य क्षेत्र के कई इलाकों में इस बार बाजारों में खरीदारी के दौरान सबसे ज्यादा फजीहत ई-रिक्शा के कारण हुई। जगह-जगह ई-रिक्शा का लगा जमावड़ा ट्रैफिक का कबाड़ा कर रहा था। यातायात पुलिस के अधिकारी कागजों पर प्लान तैयार करते हैं, लेकिन मैदानी अमला कहीं भी नजर नहीं आता। चालान बनाने में मशगूल ट्रैफिक पुलिस त्योहारों के दौरान यातायात व्यवस्था संभालने में कई बार फिसड््डी साबित हुई है। कई अन्य शहरों से खरीदारी के लिए आए लोग परेशानी भुगतते रहे।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved