
इन्दौर। कल शहर में हुई तेज बारिश के बाद कई इलाकों में मुख्य मार्गों की सडक़ें पानी से लबालब हो गई थी और लोग परेशान होते रहे। निगम की आरेंज टीम ने कई जगह मैदान संभाला और बड़े मोटर पंप लगी गाडिय़ों से पानी निकासी कराई, लेकिन 20 से ज्यादा गाडिय़ां भी कम पड़ गईं। रात 12 बजे तक कई क्षेत्रों में पानी निकासी के लिए गाडिय़ां दौड़ाई जाती रहीं।

कुछ दिनों पहले नगर निगम ने बारिश क ेदौरान बनने वाली स्थिति और जल निकासी व आपदा प्रबंधन के लिए ऑरेंज टीम गठित की थी। इसमें वर्कशाप विभाग से लेकर कई अन्य विभागों के कर्मचारी शामिल किए गए हैं। कल शाम 4 बजे से जैसे ही निगम कंट्रोल रूम पर शिकायतें आने लगी तो संबंधित क्षेत्रों में संसाधनों के साथ गाडिय़ां लेकर टीम रवाना कर दी गई। अधिकारियों के मुताबिक करीब 25 से ज्यादा शिकायतें विभिन्न क्षेत्रों की थी, जिनमें जलजमाव और कुछ जगह पेड़ गिरने की थी। इसके बाद टीमों को उन स्थानों पर रवाना किया गया। टीमों के साथ पानी निकासी के लिए बड़े बड़े मोटर पंप लगी गाडिय़ां भी थीं, जिनकी कल खासी डिमांड रही। कई क्षेत्रों के पार्षद अफसरों को फोन लगाकर अपने यहां गाडिय़ां भेजने के लिए कहते रहे, लेकिन 20 से ज्यादा गाडिय़ां भी कम पड़ गई। दोपहर बाद से टीमें अलर्ट मोड पर थी और रात 12.30 बजे तक पानी निकासी के साथ-साथ जलजमाव वाले क्षेत्रों में काम चलता रहा।

रसोमा चौराहे पर वर्मा ट्रेवल्स की बस गड््ढे में धंसी
कल शाम को रसोमा चौराहे पर जलजमाव के कारण एक ओर तो वाहन चालकों की फजीहत हो रही थी, वहीं दूसरी ओर वहां बड़े-बड़े गड््ढों के कारण वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे थे। उक्त चौराहे पर कई जगह सडक़ तक वेल्डिंग और मैकेनिकों के कब्जों के कारण स्थिति और बिगड़ी। चौराहे से गुजर रही वर्मा ट्रेवल्स की बस वहां गड््ढे में जा धंसी। इसके कारण बस में बैठे यात्रियों में हडक़ंप मच गया। बाद में कंडक्टर और ड्र्राइवर ने जैसे-तैसे यात्रियों को बस से उतारा।

कल शाम और देर रात फिर यशवंत सागर के दो गेट खोले
यशवंत सागर पिछले दो दिनों से लबालब हो रहा है और इसी के चलते विगत दिवस यशवंत सागर का एक गेट पानी निकासी के लिए खोला गया था और कल फिर बारिश के बाद शाम 7 बजे तालाब में जमा हुए पानी के चलते एक गेट खोला गया और फिर 8 बजे के लगभग दूसरा गेट भी खोला गया। पानी निकासी के बाद उसे रात 3.30 बजे बंद किया गया।
एरोड्रम से लेकर हवा बंगले की कालोनियों के बुरे हाल
कल हुई बारिश के बाद हवा बंगला क्षेत्र की अनेक कालोनियों में जलजमाव के कराण लोगों की फजीहत हुई और द्वारकापुरी, सांई बाबा नगर, विदुर नगर, प्रजापत नगर, गोंदवले धाम से लेकर तमाम इलाकों में जलजमाव के कारण लोग परेशान होते रहे और पार्षद से लेकर निगम अधिकारिोयं को मामले की शिकायतें होती रही। इसी प्रकार एरोड्रम क्षेत्र के राजनगर, कालानी नगर, व्यंकटेश विहार, अशोक नगर, अम्बिकापुरी, 60 फीट रोड सहित कई कालोनियों में पानी भरने के कारण लोगों को आवागमन में न केवल दिक्कत आई, बल्कि कई लोग अपने वाहन दूसरे स्थानों पर रखकर जैसे-तैसे पैदल घर पहुंचे।
गड््ढे में बसा प्रजापत नगर… चार साल से यही स्थिति
प्रजापत नगर वार्ड 85 के अंतर्गत आता है और यहां के पार्षद और एमआईसी मेंबर राकेश जैन का कहना है कि यह क्षेत्र पूरी तरह गड््ढे में बसा हुआ है और आसपास के अन्य वार्ड 82 और 84 की सीमाएं भी इसके आसपास ही लगी हुई हैं। ढलान पर होने के कारण उक्त क्षेत्र में आसपास के वार्डों से लेकर कई अन्य क्षेत्रों से पानी का बहाव इतना तेज रहता है कि सडक़ों पर खड़ी गाडिय़ों से लेकर रखा सामान तक बह जाता है। इसको ेलेकर निगम के अधिकारियों से लेकर कल इंजीनियर वहां दौरा कर चुके हैं, लेकिन बीत चार सालों से यही स्थिति है और कोई निराकरण नहीं निकल पाता है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved