
कानपुर । राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के समर्थन में स्टेटस डालने पर कन्हैयालाल (kanhaiyalal) की नृशंस हत्या के मामले (murder cases) में आरोपितों के तार पाकिस्तानी संगठन दावत-ए-इस्लामी (Pakistani organization Dawat-e-Islami) से जुड़ते दिख रहे हैं. 193 देशों में फैले दावत-ए-इस्लामी का नेटवर्क कानपुर में भी है. जिसके बाद कमिश्नरेट पुलिस एक्शन मोड में आ गई है. कानपुर पुलिस ने एनआईए और उदयपुर पुलिस से भी संपर्क साधा है. आरोप है कि दावत-ए-इस्लामी के कानपुर स्थित मरकज से यूट्यूब चैनल के माध्यम से धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा था. अब पुलिस ने यूट्यूब से मिले वीडियो कजो अपने कब्जे में लिया है.
सूफी खानकाह एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौशल हसन मजीदी ने दावा किया है कि चैरिटी के नाम पर लिए गए पैसे का इस्तेमाल दावत-ए-इस्लामी संगठन द्वारा आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में इस्तेमाल किया जाता है. उन्होंने कहा कि यूट्यूब चैनल के माध्यम से दावत-ए-इस्लामी का प्रचार प्रसार किया जाता है. इसके बाद कमिश्नरेट पुलिस ने यूट्यूब से मिले पूर्व में हुई बैठकों के वीडियो को कब्जे में ले लिया है. वीडियो के आधार पर कमिश्नरेट पुलिस ने जांच शुरू की है. साथ ही एनआईए और उदयपुर पुलिस से भी सम्पर्क साधा गया है. गौरतलब है कि सूफी खानकाह एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दावत-ए-इस्लामी की शिकायत गृहमंत्रालय से भी कर चुके हैं. पिछले साल की गई शिकायत में संगठन को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया था.
दावत-ए-इस्लामी के संचालक की तलाश में पुलिस
दावत-ए-इस्लामी के तार भी कानपुर जुड़ते नजर आ रहे हैं. लिहाजा पुलिस हाई अलर्ट पर है. मिल रही जानकारी के मुताबिक कमिश्नरेट पुलिस ने एनआईए से संपर्क साधा है. कानपुर में दावत-ए-इस्लामी का संचालन करने वाले सरताज की पुलिस को तलाश है. पुलिस सूत्रों के अनुसार दावत-ए-इस्लामी के 50,000 से ज्यादा समर्थक शहर में सक्रिय हैं. जुमे की नमाज के बाद कमिश्नरेट पुलिस दावते इस्लामी के मरकज समेत सरताज के आवास पर छापेमारी कर सकती है.
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