
उज्जैन। देवप्रबोधिनी एकादशी से पहले शहर में होटल और रिसोर्ट के व्यवसाय ठप्प पड़ गए थे। वहीं अब शादियों के मुहूर्त शुरु होने के बाद से इस व्यवसाय में जबर्दस्त उछाल आ गया है। अकेले उज्जैन शहर में ही विवाह मुहूर्त शुरू होने के बाद शहर की 15 प्रतिशत बड़ी होटलें और मैरिज गार्डन में एडवांस बुकिंग हो चुकी है। शादियों के सीजन में 12 करोड़ से ज्यादा का व्यवसाय होने का अनुमान है। शादियों पर महंगाई के कारण 35 प्रतिशत अतिरिक्त खर्च बढ़ गया है।
उल्लेखनीय है कि 4 नवंबर से शादियों के मुहूर्त का सिलसिला शुरू हो गया है। यह अगले महीने 14 दिसंबर तक चलेगा। 14 दिसंबर 2023 से लेकर 14 जनवरी 2023 तक शादी के मुहूर्त नहीं हैं। लेकिन इसके बाद 15 जनवरी से लेकर जुलाई तक शादी के मुहूर्त रहेंगे। इधर शहर में ऐसे 15 बड़े होटल और रिसोर्ट हैं जहाँ का किराया 5 से 10 लाख रुपए तक है। मिली जानकारी के मुताबिक एक रिसोर्ट सीजन में औसतन 50 लाख तक का व्यवसाय कर लेता है। लेकिन अब महंगाई और बढ़ गई है। ऐसे में 15 बड़ी होटलों और रिसोर्ट के व्यवसाय का आंकलन किया जाए तो इस साल 12 करोड़ का व्यवसाय की संभावना है।
महंगाई ने बढ़ा दिया शादियों पर 30 से 35 प्रतिशत खर्च
अगले महीने 14 दिसंबर तक शादी के कई शुभ मुहूर्त हैं। इधर शहर में शादियों की सीजन में होटल और रिसोर्ट का व्यवसाय पहले औसतन 8 से 10 करोड़ सालाना रहता था, वहीं इस साल से 30 से 35 प्रतिशत शादियों पर खर्च महंगाई के कारण बढ़ गया है। जानकारों का कहना है कि शादी विवाह के आयोजनों पर महंगाई के चलते खर्च पहले के मुकाबले अब 35 प्रतिशत तक बढ़ गया है। विवाह में आवश्यक बैंड बाजा, डीजे, टेन्ट, केटरिंग से लेकर कपड़े और गहने तक महंगे हो गए हैं। ऐसे में इस साल उज्जैन में होटल रिसोर्ट सहित बैंड, डीजे, टेन्ट, केटरिंग, गहने और कपड़ा व्यवसाय से जुड़े व्यापार में भी पिछले सालों के मुकाबले 25 से 30 प्रतिशत तक अधिक व्यवसाय होने की उम्मीद है।
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