भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

कर्ज से तंग कारोबारी ने जहरीला पदार्थ खाकर की खुदकुशी

  • पिता को कॉल कर बताया मैं तकाजेदारों से परेशान आ चुका हूं, जहरीली गोली खा ली हैं

भोपाल। खजूरी थाना इलाके में रहने वाले कारोबारी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। जहरीली गोलियां खाने के बाद में उसने पिता को कॉल किया था। उन्हें बताया कि मैंने जहर खा लिया है। कर्ज मांगने वालों से परेशान आ चुका हूं, लोग धमकाते हैं, परिवार को नुकसान पहुंचा देंगे। पिता ने घर पहुंचने के बाद में बेटे को चिरायु अस्पताल भैंसाखेड़ी में भर्ती कराया था। जहां कुछ देर चले उपचार के बाद में उसकी मौत हो गई। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरु कर दी है।
जानकारी के अनुसार धमेंद्र मेहरा पुत्र सुरेश मेहरा (32) गांव खेरखेड़ा तूमड़ा थाना खजूरी का रहने वाला था। वह गांव में ही गार्मेंट्स शॉप (रेडीमेड कपड़ो की दुकान) का संचालन करता था। कारोबार को बड़ाने के लिए उसने समूह सहित निजी बैंक से तीन लोन ले रखे थे। जिससे उसे ऊपर करीब डेढ़ लाख रुपए का कर्ज था। उसके पिता सुरेश ने बताया कि सब ठीक चल रहा था। लोन की रकम भी बेटा बराबर चुका रहा था। इसी बीच करीब 6 महीने पहले उसकी तबीयत खराब हो गई। जिससे उसकी लोन की किश्तें ड्यू हो गई। कारोबार भी धीमा चलने लगा। इसी बीच लोन की रिकवरी करने वाले एजेंट उसे परेशान करने लगे। एक प्रायवेट लोन की वसूली के लिए लोग आए दिन उसके पास आते थे। दुकान के सामान की जब्ती की धमकी देते थे। घर के सामान को उठा ले जाने की बात कही जाती थी। इतना ही नहीं पत्नी और बच्चों को बुरा भला कहते थे, लगातार कॉल कर उसे विभिन्न प्रकार की धमकियां दी जाती थीं। सुरेश ने बताया कि कई बार रिकवरी वालों को उन्होंने भी भरोसा दिलाया था। इसके बाद भी उसे तंग किया जाता था। आए दिन घर में भी आकर एजेंट चिल्ला चोट करते थे। इससे बेटा पड़ोसियों व गांव वालों की नजरों में स्वयं को गिरा हुआ महसूस करने लगा था। जिससे वह डिप्रेशन का शिकार हो चुका था।



परिवार शादी में गया था इछावर
सुरेश ने बताया कि धर्मेंद्र के तीन बच्चे हैं। सबसे छोटा बच्चा ढाई महीने का है। जबकि उसकी दो बड़ी बेटियां हैं। उसकी शादी 10 साल पहले हुई थी। कल सुरेश परिवार सहित रिश्तेदार की शादी में शामिल होने इछावर जिला सीहोर गए हुए थे। बेटा धर्मेंद्र घर में अकेला था। तभी दोपहर करीब दो बजे उसने कॉल कर बताया कि मैंने जहरीली गोलियां खा ली हैं। पिता ने ऐसा करने का कारण पूछा तो उसने बताया कि रिकवरी वालों से परेशान आ चुका हूं। अब वह परिवार वालों को बुरा भला कहते हैं, परिजनों को नुकसान पहुंचाने की धमकी देते हैं। यह सब अब सहा नहीं जाता, सूचना के बाद में पिता तत्काल इछावर से अपने गांव के लिए रवाना हुए। करीब तीन बजे घर पहुंचे और बेसुध पड़े धर्मेंद्र को अस्पताल में पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान शाम को उसकी मौत हो गई।

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