
आगरा। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश (Rain) से यमुना (Yamuna) का जलस्तर तेजी (Water level Rising rapidly) से बढ़ रहा है। मथुरा में यमुना खतरे के निशान को पार कर गई है। इससे गोकुल बैराज से नदी का डिस्चार्ज 50 हजार क्यूसेक से बढ़ाकर 75 हजार कर दिया गया है। इससे आगरा में हालात खराब होने लगे हैं। घाट डूब गए हैं। फतेहाबाद व बाह के 38 गांवों पर बाढ़ का खतरा है। यहां फसलें जलमग्न हो गई हैं।
ताजेवाला और ओखला बैराज से यमुना में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इससे मथुरा में यमुना खतरे के निशान से पार निकल गई है। बढ़ता जलस्तर देखकर गोकुल बैराज से शनिवार को डिस्चार्ज बढ़ाकर 75,467 हजार क्यूसेक कर दिया है। इससे आगरा में जलस्तर बढ़ा है। कैलाश, बल्केश्वर, हाथी घाट व दशहरा घाट डूब गए हैं। वाटर वर्क्स पर जलस्तर 494 फुट है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष की मानें तो सोमवार को जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना है। बता दें कि आगरा में बाढ़ का चेतावनी स्तर 495 फुट है।
ग्रामीणों की बढ़ी धड़कन
यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बाह में तराई के गांव रामपुर चंद्रसेनी, बलाई, सुंसार, बिठौली, विक्रमपुर घाट, चरीथा, गढ़ी बरौली, बाग गुड़ियाना के ग्रामीणों की धड़कन बढ़ गई है। सबसे पहले इन्हीं गांवों में नदी का पानी घुसता है। ग्रामीण नदी के जलस्तर पर नजरें जमाए हुए हैं। वहीं, जिलाधिकारी ने बताया कि प्रशासन पूर्ण रूप से यमुना के जलस्तर को लेकर सतर्क है। तैयारी पूरी है। ग्रामीणों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
निचले क्षेत्रों में घुसने लगा पानी
आगरा में यमुना ढलान पर है। यहां से पानी तेजी के साथ फतेहाबाद और बाह क्षेत्र के गांवों की ओर बढ़ता है। गोकुल बैराज से छोड़ा पानी अब आगरा में निचले क्षेत्रों में घुसने लगा है। नदी किनारे खेत जलमग्न हो गए हैं। फसलें डूब गई हैं। फतेहाबाद व बाह के 35 गांव चपेट में हैं। बटेश्वर के घाट पर महिला स्नानागार डूब गया है। घाट पर बढ़े हुए जलस्तर को लेकर तीर्थ स्थल ट्रस्ट व प्रशासन ने सीढ़ियों से उतर कर यमुना स्नान न करने की चेतावनी जारी की है।
बाजरा की फसल नष्ट
शनिवार रात से यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। नदी में पानी पूर्ण रूप से फैल गया है। इसके साथ ही अब ये किसानों के खतों तक पहुंच गया है। फतेहाबाद के गांव पिन्नापुरा, नगरिया बरीपुरा, सिकरारा, नरि, भोलपुरा, बमरौली, कसियाई, धारापुरा, चर्रपुरा, शाहिदपुर, रिहावली, सिलावली, अई, स्वारा, धनौला खुर्द के साथ तहसील सदर के गांव मेहरा नाहरगंज नूरपुर, तनौरा, समोगर सहित दर्जनों गांव में खेतों में खड़ी किसानों की फसलें जलमग्न है। धारापुरा निवासी किसान राम सनेही ने बताया कि दो बीघा बाजार की फसल डूब गई है, जो पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है। इसके साथ ही उनका पंप सेट भी डूब गया है।
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