नई दिल्ली: पिछले एक दशक में भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली का ऑरा अलग रहा है. कोहली टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना चुके हैं.ऐसी खबरें हैं कि वह जल्द ही इस परंपरागत फॉर्मेट को छोड़ना चाहते हैं.हाल के दिनों में विराट के टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन में गिरावट आई है. बावजूद इसके वह अभी भी भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन टेस्ट खिलाड़ियों में से एक हैं. उन्होंने फिटनेस और प्रतिस्पर्धा के उच्च मानक स्थापित कर भारतीय टेस्ट क्रिकेट में क्रांति ला दी. उन्होंने एक तेज गेंदबाज़ी यूनिट तैयार की जिसने विदेशी कंडिशन में धमाल मचाया.और भारत को टेस्ट खेलने के लिए जहां भी जाना पड़ा, वहां एक मज़बूत टीम बनने में मदद की. विराट कोहली बल्लेबाज और कप्तान दोनों के रूप में शानदार रहे हैं. जब विराट टेस्ट को छोड़कर जाएंगे तब, आने वाली पीढ़ी के लिए कोहली की विरासत की बराबरी करना आसान नहीं होगा.
36 वर्षीय दाएं हाथ के बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) ने भारत को रेड-बॉल क्रिकेट में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया. उन्हें विदेशी परिस्थितियों में हावी होने में मदद की. बतौर कप्तान जिसमें 2018 और 2019 के दौरे के दौरान ऑस्ट्रेलियाई धरती पर उनकी पहली सीरीज जीत भी शामिल है. उनके नेतृत्व में भारत ने इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में कुछ ऐतिहासिक टेस्ट जीते. उन्होंने 2022 में अपनी टेस्ट कप्तानी छोड़ दी. वह भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल टेस्ट कप्तान के रूप में फेमस हुए. कोहली की अगुवाई में 68 टेस्ट में भारत ने 58.82 के जीत प्रतिशत के साथ उनमें से 40 जीते. 20 से अधिक टेस्ट में भारत का नेतृत्व करने के बाद भविष्य के कप्तानों के लिए इसे तोड़ना लगभग असंभव होगा. रोहित के पास विराट को पीछे छोड़ने का मौका था लेकिन उन्होंने हाल में टेस्ट फॉर्मेट से रिटायर होकर हैरान कर दिया.
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