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मई और जून में खूब बजेंगी शादी की शहनाइयां, ये हैं शादियों के शुभ मुहूर्त

नई दिल्ली (New Delhi ) । मई महीने की शुरुआत हो चुकी है. यह पूरा महीना शादियों (weddings) के लिहाज से बेहद शुभ है. इस महीने मांगलिक कार्यों के लिए ढेरों मुहूर्त हैं. शादी-विवाह (wedding ) के शुभ मुहूर्त की लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे लोगों के लिए यह महीना अनेकों शुभ मुहुर्त (auspicious time) लेकर आएगा. आपको बता दें कि 29 अप्रैल को गुरु ग्रह के उदय होने के बाद से ही विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश जैसे कार्यों के लिए उत्तम समय शुरू हो चुका है. ज्‍योतिषार्य के मुताबिक विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि जैसे शुभ कार्य के लिए गुरु और शुक्र का उदय होना अनिवार्य माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गुरु ग्रह को विवाह संबंध में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है.


हो चुकी है शुभ मुहूर्त की शुरुआत
मान्यताओं के अनुसार गुरु का अस्त (master’s set) होना विवाह के लिए अच्छा नहीं माना जाता है क्योंकि गुरु ग्रह को दांपत्य जीवन में अमृततुल्य कहा गया है. ऐसे में 29 अप्रैल को गुरु के उदय होने के साथ ही मांगलिक कार्य शुरू हो चुके हैं. गुरु के उदय होने को अक्षय तृतीया और बसंत पंचमी की तरह ही शुभ माना जाता है. गुरु और शुक्र के उदय होने पर ही विवाह, मुंडन और ग्रह प्रवेश जैसे कार्य करना अच्छा होता है. इससे पहले क्योंकि गुरु अस्त चल रहा था, तो उस दौरान किसी भी शुभ काम को करने की मनाही होती है.

गुरु के उदय के दौरान पूरे साल में कई बार मात्र 20 से 50 मुहूर्त ही मिलते हैं लेकिन इस बार मई और जून के अंदर काफी मुहूर्त हैं जो विवाह और गृह प्रवेश हर लिहाज से बेहद शुभ हैं. मई में ही लगभग 15-20 मुहूर्त हैं और जून में लगातार कई मुहूर्त बने हुए हैं. यहां एक और चीज बता दें कि अलग-अलग राशियों के अलग-अलग मुहूर्त होते हैं. सामान्य तौर पर लोग मानते हैं विवाह के लिए कोई भी शुभ तारीख या मुहूर्त सबके लिए शुभ हो सकता है. जबकि वास्तव में ऐसा नहीं होता है हर व्यक्ति के राशि के हिसाब से अलग मुहूर्त अलग होते हैं. शादी के समय लड़का और लड़की दोनों की राशियों को मिलाकर मुहूर्त देखे जाते हैं.

इस तिथि से बंद हो जाएंगे शुभ मुहूर्त
आपको बता दें कि देवशयनी एकादशी 29 जून को मनाई जाएगी जिसके बाद से विवाह मुहूर्त बंद हो जाएंगे. इसके बाद 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी से ही मुहूर्त शुरू होंगे. अभी मई और जून के महीने में शादी मांगलिक कार्यों का मुहूर्त बहुत अच्छा है. गुरु हरी शयनी के बाद से कोई भी शुभ काम निषेध हो जाता है. मान्यता है कि भगवान विष्णु के शयन में जाने के बाद भगवान शिव सारी व्यवस्था संभाल लेते हैं. हालांकि श्रावण मास में पंजाब, हरियाणा, जम्मू कश्मीर और हिमाचल के कुछ क्षेत्रों में विवाह आदि कराए जाते हैं जबकि बाकी इलाकों में विवाह नहीं कराए जाते हैं.

मई और जून में ये हैं शुभ मुहूर्त

मई 2023
शनिवार, 6 मई
सोमवार, 8 मई
मंगलवार, 9 मई
बुधवार, 10 मई
गुरुवार, 11 मई
सोमवार, 15 मई
मंगलवार, 16 मई
शनिवार, 20 मई
सोमवार, 21 मई
मंगलवार, 22 मई
शनिवार, 27 मई
सोमवार, 29 मई
मंगलवार, 30 मई

जून 2023
गुरुवार, 1 जून
शनिवार, 3 जून
सोमवार, 5 जून
मंगलवार, 6 जून
बुधवार, 7 जून
रविवार, 11 जून
सोमवार, 12 जून
शुक्रवार, 23 जून
शनिवार, 24 जून
सोमवार, 26 जून
मंगलवार, 27 जून

शादी विवाह में आ रहे दोष को दूर करने के उपाय
पंडित मनोज त्रिपाठी ने बताया कि अगर कोई अपना या अपने परिवार में किसी का विवाह कराने की तैयारी कर रहा है तो शुभ मुहूर्त पर ही विवाह करें और दोनों लोगों की कुंडली मिलाने के बाद अगर दोष मिले तो कुछ साधारण उपाय किए जा सकते हैं. दांपत्य जीवन को मधुर बनाने के लिए लड़का और लड़की के फेरे से पहले तांबे के पात्र में शुद्ध घी का दान करना बेहद शुभ रहेगा. उस पात्र में स्वर्ण डालकर दान करने से भी दांपत्य जीवन में मधुरता आती है.

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्‍य सूचना के उद्देश्‍य से पेश की गई है हम इन पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं.

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