img-fluid

शुक्रवार के दिन माता संतोषी का क्‍यों करतें हैं व्रत, जानें महत्‍व और पूजन विधि

January 29, 2021

आज का दिन शुुुुुुुुक्र्रवार है जो एक पावन दिन है आज के दिन माता लक्ष्‍मी का होता हैै इसी के साथ शुक्रवार के दिन सुख संपत्‍ती आदि के लिए माता संतोंषी का व्रत भी किया जाता है । हिंदू धर्म के मुताबिक, शुक्रवार का दिन संतोषी माता की पूजा के लिए निर्धारित है। मान्यता है कि संतोषी माता का व्रत हर तरह से गृहस्थी को धन-धान्य, पुत्र, अन्न-वस्त्र से परिपूर्ण रखता है और मां अपने भक्त को हर कष्ट से बचाती हैं। आइए जानते हैं शुक्रवार व्रत का महत्व और पूजा-विधि।

शुक्रवार व्रत का महत्व
मान्यता है कि शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी का पूजन करने वो प्रसन्न होती है और भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। उसके घर में सुख-समृद्धि प्रवाहित होने लगती है। इसलिए बहुत से लोग सुख-शांति और धन की प्राप्ति के लिए शुक्रवार का व्रत करते हैं। यह व्रत किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को शुरू करना शुभ माना जाता है।


शुक्रवार व्रत की पूजन-विधि

शुक्रवार के दिन सुबह घर की सफाई आदि करने के बाद संतोषी माता की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए।

मूर्ति के सामने कलश रखना चाहिए और उस पर दीपक जलाना चाहिए।

संतोषी माता की पूजा करने के लिए जातकों शुक्रवार के दिन खटाई खाने, झूठ बोलने और अन्य बुरे काम करने से बचना चाहिए।

इस दिन संतोषी माता को गुड़ और चने का भोग लगाना चाहिए।

शाम के समय संतोषी माता की कथा सुनने के बाद अपना व्रत खोलें।

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सूचना सामान्‍य उद्देश्‍य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्‍यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्‍न माध्‍यमों जैसे ज्‍योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्‍वयं की जिम्‍मेंदारी होगी ।

Share:

  • छत्तीसगढ़ : सेड़वा कैंप में जवानों के बीच हुई गोलीबारी ,एक जवान की मौत, 2 गंभीर

    Fri Jan 29 , 2021
    जगदलपुर । जिले के थाना परपा अंर्तगत केशलूर इलाके के ग्राम सेड़वा में सीआरपीएफ 241 वीं बटालियन कैंप में एक जवान ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी । गोलीबारी की इस घटना में एक जवान की मौत हो गई है, जबकि 2 जवान गंभीर रूप से घायल हैं। दोनों घायल जवानों को रायपुर भेजे जाने की […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved