भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

200 Bed का अस्थाई Covid Hospital शुरू, Ventilator की नहीं है व्यवस्था

  • ऑक्सीजन बॉटलिंग एवं रीफि़लिंग प्लांट का शिलान्यास

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) और केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान (Union Minister of Petroleum and Natural Gas and Steel Dharmendra Pradhan) ने सागर के बीना में भारत ओमान रिफायनरी के पास 200 बिस्तरों का ऑक्सीजन (Oxygen) युक्त अस्थाई कोविड अस्पताल (Temporary Covid Hospital) का लोकर्पण एवं ऑक्सीजन बॉटलिंग एवं रीफि़लिंग प्लांट (Oxygen Bottling & Refilling Plant) का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री चौहान (Chief Minister Chouhan) ने कहा कि कोरोना (Corona) की संभावित तीसरी लहर के लिये हम कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। इसके लिये अग्रिम रूप से सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। इसी क्रम में आज बीना में अस्पताल का लोकार्पण किया गया है। इस अस्पताल में वेंटिलेटर बेड (Ventilator Bed) की फिलहाल कोई व्यवस्था नहीं है। जरूरत पडऩे पर गंभीर मरीजों का इजाज यहां होना मुश्किल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहाँ अल्प समय में बनाये गये ऑक्सीजन युक्त 200 बिस्तरों के अस्थाई कोविड अस्पताल के निर्माण कियाा गया है। यह अस्थाई अस्पताल अत्यंत कम समय में विकसित कर सर्व सुविधायुक्त मेडिकल फेसिलिटी का बेहतरीन उदाहरण है। कोरोना वायरस वेरिएंट बदलता रहता है। दूसरी लहर के वक्त हम सभी ने खतरनाक संक्रमण का सामना किया। भविष्य की किसी भी संभावना को नज़रअंदाज न करते हुए हमें हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना है। इसके चलते सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि इस अस्पताल की आवश्यकता कभी न पड़े, परंतु इस अस्पताल का निर्माण सावधानी के तौर पर किया गया है।

संक्रमण को रोकने के तीन उपाय
मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण को रोकने के तीन उपाय बताए। इसमें सरकार, जनता एवं क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी का सक्रिय सहयोग शामिल है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सक्रिय सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा प्रतिदिन 80 हज़ार टेस्ट कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कोरोना टेस्ट के बाद पॉजि़टिव और संदिग्ध व्यक्तियों को तत्काल कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट किया जा रहा है। इसी प्रकार किल कोरोना अभियान में डोर-टू-डोर सर्वे एवं फीवर क्लीनिक के माध्यम से भी संक्रमण पर नियंत्रण बना हुआ है।

ऑक्सीजन के मामले में होंगे आत्म-निर्भर
चौहान ने कहा कि इसी क्रम में बीना रिफाइनरी के सहयोग से बॉटलिंग एवं रीफि़लिंग प्लांट का निर्माण किया जा रहा है, जिससे कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए आवश्यक ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगी। साथ ही यहाँ रीफि़लिंग के माध्यम से अन्य जगहों में भी ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे जा सकेंगे और मध्यप्रदेश ऑक्सीजन के मामले में होगा आत्म-निर्भर। प्र्रदेश में करोना संक्रमण अब नियंत्रण में है। आज प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 0.40 प्रतिशत है। प्रदेश के 24 जिले ऐसे हैं जहाँ आज एक भी कोरोना का प्रकरण नहीं आया है। आज की स्थिति में सागर में तीन और पूरे बुन्देलखंड में 15 प्रकरण हैं परंतु हमें न ही निश्चिंत होना है और न ही सावधानियाँ छोडऩी हैं। बल्कि लगातार कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर अर्थात कोविड संक्रमण रोकने जैसा व्यवहार अपनाना है, जिसमें मास्क लगाना, सेनेटाईजर अथवा साबुन का इस्तेमाल करना, भीड़ एकत्रित न करना तथा अत्यावश्यक रूप से वैक्सीनेशन कराना शामिल है।

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