
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में प्रचार प्रसार अपने आखिरी दौर में है. कल 9 नवंबर को शाम 5 बजे से चुनावी प्रचार थम जाएगा. एक नजर डालते हैं बीजेपी के चार प्रमुख नेताओं (BJP leaders) द्वारा किए गए रैलियों, रोड शो और चुनावी कार्यक्रमों पर. बिहार में अबतक कुल लगभग 70 रैलियां और रोड शो बीजेपी के 4 प्रमुख नेताओं ने की है. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की रैलियां और कार्यक्रम शामिल हैं. बिहार चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने अपना पहला चुनावी सभा समस्तीपुर में 24 अक्टूबर को शुरू किया.
बीजेपी नेताओं की पूरी कोशिश है कि दूसरे चरण के चुनाव के लिए बचे दो दिनों में जितना ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़ा जाए वो पार्टी के लिए बेहतर हो सकता है. बीजेपी के बाकी नेता भी बिहार में डेरा डाले हुए हैं. पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह समेत दिग्गज नेता एक दिन में दो से तीन रैलियां कर रहे हैं.
अबतक बिहार चुनाव में प्रधानमंत्री ने अब तक 12 रैलियां की हैं और एक रोड शो में भाग लिया. गृहमंत्री अमित शाह ने 17 अक्टूबर से बिहार में अपनी रैलियां और कार्यक्रम शुरू किया था जो अब भी जारी है. अबतक गृहमंत्री ने अमित शाह ने 35 रैली की है और 1 रोड शो किया है. रैलियों और रोड शो के अलावा गृहमंत्री ने बिहार के सभी चारों हिस्सों में संभागीय कार्यकर्ता सम्मेलन किया. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अब तक 17 रैली की है. कल प्रचार के आखिरी दिन 9 अक्टूबर को होने वाली रैली को मिलाकर 20 रैली को संबोधित कर चुके होंगे. बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बिहार में अभियान 23 अक्टूबर से शुरू की. जे पी नड्डा ने अबतक 12 रैलियां की और 1 रोड शो और 3 सांगठनिक बैठक में हिस्सा लिया है.
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए 11 नवंबर को मतदान की तैयारी के साथ, राज्य भर में राजनीतिक प्रचार अभियान तेज़ हो गया है. 243 सीटों में से 122 पर मतदान होगा, जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-जनता दल (यूनाइटेड) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद)-कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है. चुनाव आयोग के मुताबिक, इस चरण में 1,302 उम्मीदवार मैदान में हैं.
बिहार इस बार पहले चरण में बंपर वोटिंग देखने को मिली है. खासकर महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है. पहले चरण में 64 फीसदी से अधिक वोटिंग दर्ज की गई है. सत्ताधारी दलों का मानना है कि ये एनडीए की जीत की पहली झलक है जिसमें बिहार की महिलाएं बढ़ चढ़ कर वोटिंग में शामिल हुई हैं.
दूसरी ओर विरोधियों का दावा है कि पहले चरण में वोटिंग परसेंटेज का बढ़ना इस बात का इशारा कर रहा है कि राज्य से नीतीश कुमार सरकार की विदाई हो रही है. अब देखना है कि राज्य के वोटरों में जो जोश पहले चरण के चुनाव में देखने को मिला था वो दूसरे चरण के चुनाव में नजर आता है या नहीं.
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