
इन्दौर।पुलिस के साथ ही जिला प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त कार्रवाई ने आज थाना संयोगितागंज और आजादनगर के सूचीबद्ध गुंडे रमेश तोमर और उसके बेटे अंकित उर्फ आशु तोमर के इदरीस नगर में बने चार मकानों को भारी फौज-फाटे के साथ पहुंचकर जेसीबी से ढहा दिया। सूरज उगते ही सुबह 6 बजे जैसे ही बड़ा भारी अमला क्षेत्र की गलियों में पहुंचा तो पूरे इलाके के लोग हतप्रभ रह गए। इलाके की तंग गलियों से बुलडोजर ओर पोकलेन को गुंडों के मकान तक पहुंचने में खासी मशक्कत करना पड़ी। इन गुंडों के एक साथ चार मकान जहां अवैध रूप से बनाए गए थे, वहीं एक गार्डन पर भी कब्जा कर रखा था और वहां कई टेलीकॉम कंपनियों के टावर लगाकर हर माह हजारों रुपए किराया वसूला जाता था। मकान तोडऩे के साथ-साथ टावर हटाने का काम भी निगम द्वारा किया जा रहा है। क्षेत्र में कार्रवाई देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम जमा था। पुलिस को आसपास की गलियों को बैरिकेड््स लगाकर बंद करना पड़ा।
मुख्यमंत्री के माफियाओं पर कार्रवाई के निर्देश मिलने के बाद चुनाव के दौरान ही डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने इन्दौर के सभी थाना क्षेत्रों के अंतर्गत सूचीबद्ध बदमाशों के मकानों की पड़ताल कराई थी और उनकी जानकारी निगम अफसरों को भेजी गई थी, ताकि कार्रवाई शुरू हो सके। लेकिन दिवाली के चलते यह कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई थी। त्योहार निपटते ही निगम ने आज से पुलिस विभाग के निर्देश पर अभियान शुरू कर दिया। आज सुबह निगम की कई जेसीबी, पोकलेन और रिमूवल विभाग का अमला मयूर नगर के समीप स्थित इदरीस नगर पहुंचा। सुबह 6 बजे से अमला वहां कार्रवाई के लिए तैयार था और जैसे ही पुलिस, प्रशासन और निगम के अफसरों की हरी झडी मिली, वहां अवैध रूप से बनाए गए मकानों को तोडऩा शुरू कर दिया गया।
निगम के साथ पुलिस प्रशासन की बड़ी टीम कार्रवाई स्थल पर मौजूद थी। सुबह जैसे ही निगम का अमला इलाके को घेरने लगा वैसे ही लोगों में कौतूहल जाग गया कि आखिर इतना बड़ा प्रशासनिक अमला उनके छोटे से इलाके में क्या कर रहा है? जैसे ही उन्हें पता चला कि पुलिस और प्रशासन का अमला क्षेत्र के गुंडे पर कार्रवाई करने के लिए आया तो उनके मन में कौतूहल जाग गया। देखते ही देखते वहां भीड़ जमा होने लगी तो तत्काल पुलिस ने बैरिकेड्स बुलवाए और गुंडे के घर की ओर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया। इस दौरान आसपास के रहवासी कार्रवाई देखने के लिए बड़ी संख्या में वहां जुट गए थे। जब गलियों के रास्ते बंद हुए तो लोगों ने मकानों की छत पर चढऩा शुरू कर दिया। कुछ लोगों, जो उस इलाके में रहते थे, ने प्रशासन से आवागमन की अनुमति भी मांगी। उनके उस क्षेत्र में रहने की तस्दीक होने पर प्रशासन ने उन्हें जाने भी दिया। नगर निगम के अधिकारी नागेंद्रसिंह भदौरिया के मुताबिक इदरीस नगर में प्लाट नंबर 156, 281, 398 और 400 पर कार्रवाई कर वहां हुए अवैध निर्माण को ढहा दिया गया। इसके लिए निगम के अमले ने तीन पोकलेन और जेसीबी के साथ-साथ अन्य संसाधन लगाकर निर्माणों को ढहाया। सभी निर्माण कार्य इतने कमजोर थे कि निगम की जेसीबी की टक्कर लगते ही भरभराकर टूटना शुरू हो गए। इस दौरान गुंडे के घर के लोग भी घबराए नजर आए।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved