
इन्दौर। नए जेल डीजी अरविंदकुमार सिंह ने पदभार ग्रहण करने के बाद प्रदेशभर की जेलों में लंबे स्मय से एक ही स्थान पर जमे अधिकारियों को इधर से उधर किया है। पहली सूची में 37 अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। तबादला सूची को लेकर विभाग में विवाद भी शुरू हो गए हैं। इधर सूची में दो विवादास्पद अधिकारी फिर अपनी मनचाही जेल में नियुक्ति पाने में सफल हुए हैं।
जेल मुख्यालय द्वारा कल 37 अधिकारियों की तबादला सूची जारी की गई। इनमें जेल अधीक्षक, उपजेल अधीक्षक, सहायक जेल अधीक्षकों के नाम शामिल हैं। सूची सभी सेंट्रल जेलों को भेजी गई है और जिन अधिकारियों के तबादले किए गए हैं, उन्हें भेजे गए स्थान पर तत्काल ज्वॉइनिंग लेने को कहा गया है। इधर जेल विभाग के विवादास्पद अधिकारी मनोज चौरसिया, जिनका पिछले दिनों एक कॉलोनाइजर से वसूली को लेकर विवाद हो गया था। वह वापस अपने मनपसंद स्थान महू की उपजेल में पदस्थापना पाने में सफल हो गए हैं। चौरसिया वर्तमान में धार की जिला जेल में सहायक जेल अधीक्षक के तौर पर कार्य कर रहे हैं। वहीं जेल विभाग के ही एक और पदस्थ अधिकारी ब्रजेश मकवाने, जो महू कि जेल में थे, उन्हें वापस इंदौर की जिला जेल भेज दिया गया है। हाल ही में महू की उपेजल में मकवाने के नाम पर 25 हजार की रिश्वत लेने के मामले में एक प्रहरी और सफाईकर्मी को लोकायुक्त की टीम ने पकड़ा था। हालांकि इस मामले में मकवानी का नाम नहीं आया, मगर वे भी वापस जिला जेल में पदस्थापना पाने में सफल हुए हैं। सूची में और भी अधिकारियों के नामों को लेकर विवाद देखने को मिल रहा है। मुख्यालय दूसरी तबादला सूची भी जारी करने जा रहा है।
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