नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus in India) का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और पिछले 2 दिनों से देश में 3 लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महामारी की दूसरी और तीसरी लहर के बीच तुलना करते हुए 5 सबसे सामान्य लक्षण बताए हैं, जो कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) से जुड़े हैं.
वयस्कों में कोविड-19 के सामान्य लक्षण
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने स्वास्थ्य मंत्रालय की साप्ताहिक ब्रीफिंग के दौरान कहा कि ये अध्ययन दिल्ली में किया गया है, लेकिन ये तीसरी लहर में कोविड-19 के सबसे आम लक्षण हैं. स्वास्थ्य आंकड़ों के अनुसार, वयस्कों में बीमारी के 5 सामान्य लक्षण कंपकंपी के साथ या इसके बिना बुखार आना, कफ-खांसी, गले में जलन, मांसपेशियों में कमजोरी और थकान हैं. दिल्ली में लगभग 99 प्रतिशत रोगियों ने इन लक्षणों की शिकायत की और बुखार, खांसी, गले में जलन आमतौर पर 5वें दिन के बाद कम हो जाती है.
तीसरी लहर के दौरान बच्चों में सामान्य लक्षण
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि 11 से 18 साल के बच्चों में तीसरी लहर के दौरान रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के साथ बुखार कोविड-19 के सामान्य लक्षण (Omicron Variant Common Symptoms in Children) है. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि इस बार बच्चों में कोविड निमोनिया की शिकायत कम है.
ओमिक्रॉन वेरिएंट के सबसे बड़े लक्षण
ओमिकॉन वेरिएंट की पहचान पहली बार 24 नवंबर 2021 को दक्षिण अफ्रीका में हुई थी और इसके बाद से ही डॉक्टर डेल्टा या किसी अन्य वेरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन के लक्षणों को चिह्नित कर रहे हैं. यह पता चला है कि कोविड-19 का ओमिक्रॉन वेरिएंट, डेल्टा की तुलना में हल्का है.
डॉक्टरों ने नोट किया है कि अधिकांश संक्रमित रोगियों में सर्दी जैसे लक्षण विकसित होते हैं और अपने आप ठीक हो जाते हैं. गले में खराश के अलावा, ओमिक्रॉन के कुछ अन्य लक्षणों में थकान, बुखार, शरीर में दर्द, रात को पसीना, छींकना, नाक बहना, मतली और भूख न लगना शामिल हैं. डेल्टा वेरिएंट के विपरीत, ओमिक्रॉन से गंध और स्वाद ना आने की संभावना कम होती है.
कोरोना के लक्षण दिखने पर क्या करें?
कोविड-19 के संक्रमण का पता लगाने के लिए सबसे सटीक तरीका RT-PCR टेस्ट है. इसलिए जब भी आपके अंदर ये लक्षण दिखे तो जल्द से जल्द अपनी जांच कराएं. जिन लोगों में सर्दी के लक्षण दिखते हैं, उन्हें कोरोना टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है, ताकि संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सके. इसके साथ ही यह भी सलाह दी जाती है कि जब तक टेस्ट रिपोर्ट ना आ जाए और यह कंफर्म ना हो जाए कि आप कोरोना संक्रमित नहीं हैं, तब तक घर पर ही रहें.