आचंलिक

श्रद्धालुओं के सामने सरल भाषा में कथा को प्रस्तुत कर रही हूं, ताकि वे शास्त्र को समझें

नागदा। कथा विदुषी व मोटिवेशनल स्पीकर जयाकिशोरी ने जनमानस से शास्त्रों से जुडऩे का आह्वान किया है। रविवार को सर्किट हाउस पर प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा- मैं एक साधारण लड़की हूं, मेरी रुचि आध्यात्म में है और आध्यात्म में ही आगे बढ़ रही हूं। मैंने कथा को भी सरल भाषा में जनमानस के सामने प्रस्तुत करने की कोशिश की है। ताकि लोग हमारे शास्त्रों से जुड़ें। मोटिवेशनल सेशन शुरू करने के बाद मैंने कई लेखकों की किताबे पढ़ी, शास्त्र पढ़ें और इन्हीं से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला, जो मैं जनमानस के समक्ष प्रस्तुत कर रही हूं। इसके लिए मेरे माता-पिता ने भी मुझे काफी प्रेरित किया। राजनीति बिलकुल भी खराब नहीं, श्रीकृष्ण से करिएं, बशर्ते इसके लिए शास्त्र पढ़ें। श्रीमद भगवद् गीता की मानें। सोशल मीडिया से जुड़े एक सवाल पर जयाकिशोरी बोली कि उनके अधिकांश सोशल मीडिया चैनल अनवेरिफाइड हैं। उनसे जुड़ी जानकारियां वेरिफाइड चैनल से ही आती है। जयाकिशोरी ही नाम क्यों? इस सवाल पर उन्होंने दो टूक कहा जब बेटा घर का कन्हैया हो सकता है तो बेटी राधा क्यों नहीं। भागवत गीता और श्रीमद भगवद् गीता में अंतर के सवाल का जवाब देते हुए जयाकिशोरी ने कहा- भागवत गीता में भगवान के 24 अवतारों का वर्णन है, जबकि श्रीमद भगवद् गीता में श्रीकृष्ण, अर्जुन को शिक्षा देते हुए चरितार्थ हो रहें हैं।



सकारात्मकता व नकारात्मकता व्यक्ति के व्यवहार पर निर्भर
श्रीहिंदू सनातनी जागृति मंच की अगुवाई में वारको सिटी में चल रही कथा के पांचवें दिन जयाकिशोरी ने श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन करने के साथ गोवर्धन प्रसंग का वाचन किया। उन्होंने कहा- सकारात्मकता व नकारात्मकता व्यक्ति के व्यवहार पर निर्भर हैं। जिसका व्यवहार सकारात्मक हैं तो वह सकारात्मकता फैलाएगा और जो नकारात्मक व्यवहार का है वह नकारात्मकता फैलाएगा। उन्होंने एक और अहम बात कही कि बराबरी मत करों। श्रीकृष्ण माखन चोरी जैसी लीलाएं करते थे, मेरा बच्चों से अनुरोध हैं कि भगवान से बराबरी करने में चोरी नहीं करें। श्रीकृष्ण की बाल लीला के वर्णन के दौरान कथा पांडाल में एक जानवर घुस आया जिससे पांडाल में खलबली मच गई। हालांकि समिति ने व्यवस्था को संभालते हुए श्रद्धालुओं को ढांढस बंधाकर एक जगह बांधे रखा। सोमवार को कथा में रुकमणी विवाह प्रसंग, कंस वध, रासलीला, उद्धव संवाद का वर्णन होगा।

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