
नई दिल्ली । ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल को (To AAP convener Arvind Kejriwal) विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में (In the case of horse-trading of MLAs) बयान दर्ज कराने का (To Record his Statement) एसीबी ने नोटिस दिया (ACB gave Notice) ।
बताया जा रहा है कि एसीबी की तीन सदस्यीय टीम ने केजरीवाल के घर पहुंचकर उनसे 15 करोड़ के दावे को लेकर पूछताछ करने के बाद बयान दर्ज कराने का नोटिस दिया । दरअसल, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को आरोप लगाया था कि उनके 16 उम्मीदवारों को अन्य पार्टी में शामिल होने के लिए फोन आया है और प्रत्येक को 15-15 करोड़ रुपए देने का ऑफर दिया गया है।
अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “कुछ एजेंसियां दिखा रही हैं कि एक पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रही हैं। पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फोन आ गए हैं कि ‘आप’ छोड़कर उनकी पार्टी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और हरेक को 15-15 करोड़ देंगे। अगर इनकी पार्टी की 55 से ज्यादा सीटें आ रहीं हैं तो हमारे उम्मीदवारों को फोन करने की क्या जरूरत है ?” एसीबी के एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए बताया था कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह और मुकेश अहलावत के आवासों पर टीमें भेजी है।
इससे पहले शुक्रवार सुबह आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सभी प्रत्याशियों को अपने घर चाय पर चर्चा के लिए बुलाया था। बैठक खत्म होने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संदीप पाठक ने बताया कि सभी प्रत्याशियों के साथ एक बैठक की गई और लगातार भाजपा की तरफ से प्रत्याशियों को फोन आ रहे हैं। उन्हें पैसे देने का ऑफर किया जा रहा है और उन्हें तोड़ने की कोशिश हो रही है।
इसके अलावा आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मुकेश अहलावत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, “मैं मर जाऊंगा, कट जाऊंगा, लेकिन कभी अरविंद केजरीवाल का साथ नहीं छोडूंगा। उन्होंने अपनी पोस्ट में एक मोबाइल नंबर भी शेयर किया और कहा कि मुझे इस नंबर से फोन आया। उसने बोला कि उनकी सरकार बन रही है, मंत्री बना देंगे और 15 करोड़ रुपए भी देंगे। ‘आप’ छोड़ के आ जाओ। मैं इनको कहना चाहता हूं कि केजरीवाल ने और ‘आप’ पार्टी ने मुझे इज्जत दी है, मैं मरते दम तक अपनी पार्टी को नहीं छोड़ूंगा।”
मुकेश अहलावत की पोस्ट को दिल्ली की सीएम आतिशी ने रिपोस्ट करते हुए कहा, “अगर एक पार्टी की 50 से अधिक सीटें आ रही हैं, तो यह हमारे प्रत्याशियों को संपर्क करके तोड़ने की कोशिश क्यों कर रहे हैं? यह दिखा रहा है कि एग्जिट पोल आम आदमी पार्टी के विधायकों को तोड़ने की एक साजिश है।”
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