
नई दिल्ली. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) की जांच एजेंसी विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने शनिवार को चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के हेलिकॉप्टर हादसे (Helicopter accidents) की शुरुआती रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में दावा किया गया कि 8 मई को उत्तरकाशी (Uttarkashi) में हेलिकॉप्टर हादसा इमरजेंसी लैंडिंग की कोशिश करते वक्त मुख्य रोटर ब्लेड के ओवरहेड फाइबर केबल से टकराने की वजह से हुआ था. इस हादसे में पायलट सहित कुल 6 लोगों की मौत हो गई थी.
AAIB मौजूदा वक्त में BELL 407 हेलीकॉप्टर हादसे की जांच कर रहा है, जो खरसाली से झाला हेलीपैड जा रहा था. उड्डयन मंत्रालय की टीम ने दुर्घटनास्थल पर शुरुआती जांच पूरी कर ली है और आगे की जांच के लिए साक्ष्य और पुर्जे केलक्ट कर लिए हैं. ऑपरेटर से रिकॉर्ड प्राप्त कर लिए गए हैं और उनकी जांच की जा रही है.
शुरुआती पूछताछ, प्रत्यक्षदर्शियों और कई विमानन निकायों के अधिकारियों से बातचीत के बाद जांच के लिए अतिरिक्त आंकड़े मिले हैं और एएआईबी को हादसे से जुड़े सुरागों को जोड़ने में मदद की है.
उत्तरकाशी में गंगनानी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 34 पर लैंडिंग की कोशिश के दौरान हेलिकॉप्टर एक ओवरहेड केबल से टकरा गया, इसके बाद हादसा हो गया था. हादसे में पायलट और पांच यात्रियों की मौत हो गई थी. आखिरकार, हेलिकॉप्टर करीब 250 फीट गहरी खाई में गिर गया.
एयरोट्रांस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व वाले हेलीकॉप्टर को भारी नुकसान होने के बावजूद हादसे वाली जगह पर आग लगने की कोई जानकारी नहीं मिली. मलबे की आगे की जांच के लिए दुर्घटनास्थल को महफूज कर लिया गया है. एएआईबी ने डीटेल्ड विश्लेषण के लिए अहम यांत्रिक और विद्युतीय पुर्जे एकत्र कर लिए हैं.
देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड से उड़ान भरने के बाद, हेलीकॉप्टर यमुनोत्री के खरसाली हेलीपैड की ओर जा रहा था. हेलीकॉप्टर में सवार चार यात्री मुंबई के थे, जबकि दो अन्य आंध्र प्रदेश के थे.
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