
रांची: झारखंड कांग्रेस (Jharkhand Congress) ने संगठन को मजबूत करने का काम जमीनी स्तर से शुरू कर दिया है. पार्टी के कार्यकर्ता (Worker) गांव-गांव, पंचायतों और प्रखंडों में जाकर बैठकों का आयोजन कर रहे हैं. इसके तहत पार्टी नेता लोगों से संवाद स्थापित कर रहे हैं. इन बैठकों में जनता की समस्याएं सुनी जा रही हैं और कांग्रेस की नीतियों को समझाया जा रहा है. इस तरह कांग्रेस पूरे राज्य में अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर रही है ताकि हर क्षेत्र में पार्टी की पकड़ मजबूत हो सके.
बता दें कि झारखंड कांग्रेस के प्रभारी के. राजू लगातार प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक कार्यकर्ताओं से वार्ता कर रहे हैं. हाल ही में सात दिवसीय दौरे पर पहुंचे राजू ने संगठन सृजन अभियान (Organization Creation Campaign) के तहत कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. दरअसल, कांग्रेस पूरे देश में संगठन विस्तार पर जोर दे रही है. आलाकमान का निर्देश है कि हर पंचायत में पार्टी मजबूत हो, ताकि दिल्ली की बातें जनता तक पहुंचें और नेता-जनता के बीच संवाद स्पष्ट हो.
झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने बताया कि वे सिर्फ एक प्रमंडल तक सीमित नहीं रह रहे, बल्कि पूरे राज्य का दौरा कर रहे हैं. उनका लक्ष्य राज्य के हर हिस्से में संगठन को मजबूत करना है. वे लगातार कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं और पार्टी की गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं. केशव महतो का मानना है कि तभी कांग्रेस राजनीतिक रूप से मजबूत हो पाएगी.
कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि यह वर्ष संगठन विस्तार का वर्ष है. कांग्रेस पूरे देश में अपने संगठन को मजबूत करने पर जोर दे रही है. उनका कहना है कि कांग्रेस आलाकमान चाहता है कि हर पंचायत में कांग्रेस की मजबूत उपस्थिति हो, ताकि केंद्र की नीतियां सीधे जनता तक पहुंच सकें. इससे नेता और जनता के बीच विश्वास बढ़ेगा और पार्टी की लोकप्रियता भी बढ़ेगी.
कांग्रेस के इस अभियान पर भाजपा ने कटाक्ष किया है. भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेस अब केवल एक-दो राज्यों में सीमित रह गई है और झारखंड में पार्टी की स्थिति कमजोर है. बीजेपी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस के नेता झारखंड में अतिथि की तरह आते हैं और पार्टी झामुमो के सहारे चल रही है. वहीं कांग्रेस की सहयोगी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कांग्रेस के प्रयासों का समर्थन किया है. झामुमो का कहना है कि कांग्रेस का संगठन मजबूत होना महागठबंधन को मजबूत बनाएगा.
जानकार बता रहे हैं कि झारखंड में कांग्रेस का यह संगठन विस्तार अभियान राजनीतिक माहौल को फिर से गर्माने वाला है, क्योंकि कांग्रेस की मजबूती के सहयोगी दलों को भी टेंशन हो सकती है. बहरहाल, अब देखना होगा कि यह योजना जमीन पर कितनी सफल होती है और कांग्रेस किस हद तक मजबूत होती है. आने वाले समय में इस अभियान का परिणाम झारखंड की राजनीति में स्पष्ट नजर आएगा. वहीं, कांग्रेस के इस अभियान पर झारखंड की राजनीति की निगाहें बनी हुई हैं.
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