
इंदौर। एक तरफ विभिन्न प्रोजेक्टों के लिए अधिगृहीत की जा रही जमीनों के विरोध में किसान आंदोलन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ कल जनसुनवाई में अपनी समस्या का समाधान होने पर कलेक्टर शिवम वर्मा को साफा पहनाकर और पुष्पगुच्छ के साथ अभिनंदन किया गया। कलेक्टर ने पिछले दिनों सांवेर कृषि उपज मंडी के निरीक्षण के दौरान मिली समस्याओं का तुरंत निराकरण करवाया और रियायती दर पर 5 रुपए में रियायती भोजन के साथ विश्रामगृह में ठहरने की व्यवस्था करवाई और शुद्ध पानी के लिए आरओ प्लांट भी लगवा दिया। दूसरी तरफ प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और उसके उत्पादों को बिकवाने के लिए ग्रामीण हाट बाजार में भी व्यवस्था की जा रही है।
कल की जनसुनवाई में भी पूर्व कुलपति सहित अन्य समस्याएं सामने आईं और 250 से अधिक आवेदन कलेक्टर को मिले। वर्मा ने इन सभी के निराकरण के निर्देश भी दिए। पारिवारिक विवाद, मकान पर कब्जे, भूखंड न मिलने और रास्ता विवाद सहित अन्य मामले आए। वहीं किसानों ने कलेक्टर का अभिनंदन भी किया। किसानों ने बताया कि कलेक्टर ने उनकी समस्याओं का जिस तत्परता से निराकरण किया, उसके चलते वे आभार व्यक्त करने आए हैं। किसान पदमसिंह और विक्रमसिंह सोलंकी के मुताबिक कृषि उपज मंडी के निरीक्षण के दौरान जो समस्याएं बताई गईं उनका त्वरित निराकरण करवाया गया और किसानों की मांग पर खरीदी का समय भी बढ़ाया। मंडी प्रांगण की सफाई कराते हुए 5 रुपए में रियायती भोजन की व्यवस्था भी शुरू करवाई और ठहरने की सुविधा भी दी गई। दूसरी तरफ कलेक्टर ने प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने की कार्ययोजना भी बनवाई।
इसके तहत जिले में प्राकृतिक खेती का रकबा बढ़ाया जाएगा और उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि के साथ ही किसानों को उनके उत्पाद की मार्केटिंग और ब्रांडिंग में भी मदद दी जाएगी। इस उद्देश्य से आज कलेक्टर शिवम वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय में कृषि विभाग, संबंधित संस्थाओं और प्राकृतिक खेती करने वाले प्रगतिशील किसानों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन सहित अन्य अधिकारी और किसान उपस्थित थे। कलेक्टर वर्मा ने प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों से उनके अनुभव साझा किए। उन्होंने किसानों द्वारा किए जा रहे नवाचारों की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राकृतिक खेती अपनाने वाले किसानों को शासन की योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के आधार पर दिया जाए तथा आवश्यकतानुसार उन्हें प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाए। कलेक्टर ने बताया कि प्राकृतिक खेती, उत्पादों की बिक्री को प्रोत्साहित करने के लिए इंदौर के ग्रामीण हाट बाजार में विशेष व्यवस्था की जा रही है। सप्ताह के निर्धारित दो दिनों में प्राकृतिक खेती करने वाले किसान अपने उत्पाद यहां विक्रय कर सकेंगे।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved