
उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां कांग्रेस के बाद अब भाजपा ने भी अपने विधायकों की तोड़फोड़ को रोकने के लिए बाड़ेबंदी शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक, गुजरात सीमा से जुड़े पांच जिले के 12 विधायकों को बीजेपी ने अहमदाबाद भेज दिया है। इन सभी विधायकों को अहमदाबाद में एक होटल में रखा गया है। हालांकि, बीजेपी बाड़ेबंदी से इंकार कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के कुछ विधायकों से गहलोत गुट ने संपर्क करने की कोशिश की है। ऐसे में बीजेपी को डर है कि 11 अगस्त को अगर हाईकोर्ट बीएसपी विधायकों के कांग्रेस में विलय पर स्टे लगा देता है तो फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार बचाने के लिए बीजेपी में तोड़फोड़ कर सकते हैं। बीजेपी के डर की दूसरी वजह पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की नाराजगी भी है। दरअसल, वसुंधरा राजे की वजह से उनके समर्थक विधायकों को अपने पाले में लाने की सीएम गहलोत ने तथाकथित रूप से कोशिश की है। बता दें कि राजस्थान में 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है। सीएम गहलोत विश्वास प्रस्ताव पेश कर सकते हैं। यही वजह है कि बीजेपी पहले से सतर्क हो गई है।
बता दें कि कल ही बसपा से कांग्रेस में आए सभी 6 विधायकों को हाईकोर्ट के नोटिस तामील करा दिए गये थे। हाईकोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार को जैसलमेर डीजे कोर्ट के कर्मचारियों ने इन सभी विधायकों को नोटिस तामील करवाये। डीजे कोर्ट के कर्मचारी शुक्रवार सुबह नोटिस लेकर होटल सूर्यगढ़ पहुंचे और विधायकों को थमाये। अब सभी की नजरें हाई कोर्ट पर टिकी हैं। आगामी 11 अगस्त को इस मामले में हाई कोर्ट की एकलपीठ का फैसला आने की उम्मीद है। बसपा से कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायक वाजिब अली ने कहा कि हाई कोर्ट का नोटिस ले लिया है। सभी छहों विधायकों ने हाईकोर्ट का नोटिस ले लिया है। वाजिब अली ने कहा कि हमें न्यायिक व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।
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