
Former vice president and Democratic presidential candidate Joe Biden speaks about the unrest across the country from Philadelphia City Hall on June 2, 2020, in Philadelphia, Pennsylvania, contrasting his leadership style with that of US President Donald Trump, and calling George Floyd’s death “a wake-up call for our nation.” (Photo by JIM WATSON / AFP) (Photo by JIM WATSON/AFP via Getty Images)
वॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) की अगुवाई वाली सरकार रूस में विपक्षी नेता एलेक्स नवेलनी (Alexey Navalny) को जहर देने और जेल भेजे जाने के मामले में रूसी सरकार पर प्रतिबंध (sanctions) लगाने की तैयारी कर रही है. सीएनएन ने सोमवार को यह रिपोर्ट प्रकाशित की है.
बाइडेन प्रशासन के दो अधिकारियों के हवाले से सीएनएन ने लिखा कि अमेरिका इस मामले में यूरोपीय संघ के साथ मिलकर तय करेगा कि किस तरह के प्रतिबंध लगाए जाएं और कितने समय तक.एक अधिकारी के अनुसार, एक संभावित विकल्प होगा कि कार्यकारी आदेश जारी कर अमेरिकी लोकतंत्र पर लगातार हमले को लेकर रूस पर पाबंदियां थोपी जाएं.
अमेरिका सोलरविंड्स, साइबर सुरक्षा हैकिंग और अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के सिर पर इनाम रखे जाने के मामले से भी रूस से नाराज है.यह बाइडेन प्रशासन की ओर से रूस पर पहली तरह की पाबंदी होगी और यह उनके पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल में रूस के साथ रहे रिश्तों से उलट रुख है.
ट्रंप पर अक्सर रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगता रहा था. खासकर वर्ष 2018 में मुलाकात के दौरान ट्रंप ने पुतिन के उस दावे का समर्थन किया कि रूस ने वर्ष 2016 के अमेरिकी चुनाव में दखल नहीं दिया था. जबकि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने उसके हस्तक्षेप के सबूत दिए थे.
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने उसके हस्तक्षेप के सबूत दिए थे. यूरोपीय संघ (European Union) ने सोमवार को रूस के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ प्रतिबंधों को मंजूरी दी थी. वहीं संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आय़ोग ने नवेलनी को जहर दिए जाने और उनकी जल्द रिहाई के मामले में अंतरराष्ट्रीय जांच कराने की मांग रखी है.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved