एक भंडारा ऐसा भी…आज टेबल कुर्सी पर 40 हजार लोग करेंगे मालवीय भोजन

उज्जैन। अशोक नगर स्थित जयवीर हनुमान मंदिर में हर साल एक अनूठा भंडारा होता है। जैसे शादियों में दाल-बाफले, लड्डू का भोजन कराया जाता है, ठीक उसी प्रकार यहाँ के भंडारे में प्रसादी की व्यवस्था की जाती है। आने वाले भक्तों के लिए बकायदा कुर्सी पर बैठक व्यवस्था की जाती है तो थाली रखने के लिए टेबल लगाई जाती है। भंडारे के लिए आयोजक सुनील चावण्ड और उनकी टीम एक सप्ताह पहले से घर-घर जाकर न्यौता बांटना शुरू कर देते हैं।


उल्लेखनीय यह हैं यह भंडारा हनुमान जयंती के अवसर पर हर साल वार्ड क्रमांक 43 के पार्षद और इनकी मित्र मंडली मिलकर कराती है। भंडारे के आयोजक व वार्ड क्रमांक 43 के भाजपा पार्षद सुनील चावंड ने बताया कि करीब 15 साल से वे इस भंडारे का आयोजन कर रहे हैं। भंडारे में करीब 25 लाख के खर्च से 40 से 50 हजार लोगों के लिए भोजन प्रसाद बनाया जाता है। मंदिर की परंपरा के अनुसार सबसे पहले भोग अशोक नगर स्थित जयवीर हनुमान मंदिर में लगाया जाएगा। इसके बाद शाम से भंडारे की शुरुआत होगी। आज शाम को भी भगवान हनुमान को भोग लगाने के बाद इस भंडारे की शुरुआत होगी। भंडारे में दाल, बाफले, लड्डू और कड़ी बनाई जाएगी। इसके लिए करीब 50 क्विटंल आटा और 300 किलो शुद्ध घी का उपयोग किया जाएगा।

50 हलवाई बना रहे भोजन, 500 संभालेंगे व्यवस्था
आयोजक सुनील चावंड ने बताया कि भंडारे के लिए भोजन का निर्माण 50 हलवाई कर रहे हैं, जबकि भोजन परोसदारी व्यवस्था 500 कार्यकर्ता संभालेंगे। हर बार की तरह इस बार भी भक्तों को भोजन टेबल पर बैठाकर कराया जाएगा। महिला और पुरुषों के लिए बैठक व्यवस्था अलग-अलग की जाएगी। भंडारे के लिए आज सुबह से ही भोजन प्रसादी बनना शुरु हो गई हैं।

15 साल से तैयार कर रहे हैं भण्डारे की रसोई
इस विशाल भण्डारे को तैयार करने वाले खास व्यक्ति हैं, उज्जैन के हलवाई प्रकाश जी चावंड। उनके साथ 50 हलवाई व 20 कारीगरों की टीम हैं जो हर साल इस विशाल भण्डारे की जिम्मेदारी संभालते हैं। सुनील चावंड बताते हैं कि बीते 15 साल से प्रकाश जी इस भण्डारे की प्रसादी बना रहे हैं। खास बात यह हैं कि इनकी रसोई का स्वाद जैसे 14 साल पहले था वैसा ही आज है।

Leave a Comment