उज्जैन में छाया घना कोहरा

  • 2 हजार मीटर से घटकर रह गई मात्र 400 मीटर
  • रात 1 बजे से शहर में छाने लगी धुंध, सड़कों पर वाहन नहीं दिखे

उज्जैन । शहर में पिछले कुछ दिनों से बिगड़े मौसम में अब कोहरा भी जुड़ गया है। आज सुबह शहर कोहरे की चादर ओढ़े नजर आया। कोहरा इतना घना था कि आमतौर पर सुबह दो से ढाई हजार मीटर तक रहने वाली दृश्यता घटकर सिर्फ 400 मीटर रह गई थी। मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सुबह 6.10 बजे तक मौसम ठीक था, हलका कोहरा था। इसके बाद अचानक घना कोहरा छाने लगा और दृश्यता कम होने लगी। आज मार्निंग वाक पर गए लोगों ने इस कोहरे के नजारे का जहां आनंद लिया, वहीं गुजरते वाहनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह 6 बजे तक वाहन अपनी लाइट जलाकर चलते नजर आए। सुबह आठ बजे तक सूरज के भी दर्शन नहीं हो पा रहे थे। इसके बाद धीरे-धीरे धुंध हटना चालू हुई और सड़कों पर रोशनी नजर आई। ठंड के मौसम के चलते अब यह दृश्य आम हो सकते हैं, लेकिन शहर में पहली बार छाए कोहरे का आनंद लोगों ने लिया।

उज्जैन में ठंड का मौसम अब असर दिखाने लगा है। लोगों ने अपने गर्म कपड़े निकाल लिए हैं। आज सुबह कोहरे के नजारे के चलते यातायात जहां प्रभावित हुआ, वहीं ट्रेनें भी धीमी चलीं, हालांकि ट्रेनें अपने गंतव्य तक तो समय पर पहुंची, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से सुबह-सुबह टे्रनों की गति नियंत्रित रखी गई। उधर कलेक्टर द्वारा कल स्कूली बच्चों को राहत देकर देर से स्कूल खोलने की घोषणा के बाद परिजनों को भी कोहरा छंटने के बाद ही बच्चों को छोडऩे जाना पड़ा। मार्निंग वाक पर निकले लोग भी कोहरे का आनंद लेते नजर आए। वैसे ठंड के कारण कई मार्निंग वाक के ठीए देर से ही आबाद हुए, वहीं आज सुबह महाकाल मंदिर पर भी भक्त देरी से पहुंचे। ठंड के मौसम की शुरुआत होते ही अब निगम द्वारा अलाव जलाने की व्यवस्था शुरू की जाएगी, वहीं फुटपाथ पर सोने वाले लोगों को रैन बसेरों में पहुंचाया जाएगा, वहीं अब दानदाताओं द्वारा इन्हीं फुटपाथ पर सोने वाले लोगों को कम्बल मुहैया कराए जाएंगे। शहर में रात 1 बजे से ही कोहरा छाने लगा था और आज सुबह भी छाया हुआ था। 400 मीटर तक की विजिबिलिटी उपलब्ध थी, लेकिन समय बढऩे के साथ में कोहरा और गहरा सकता है। घने कोहरे के चलते अल सुबह से लेकर 10 बजे तक सड़कों पर यातायात लगभग प्रभावित रहा। इसके कारण सुबह जल्द खुलने वाले सराफा, लखेरवाड़ी और अन्य बाजार भी 11 बजे तक सूने पड़े थे। वेधशाला के अनुसार आज सुबह दृश्यता 500 मीटर से कम होने पर वाहनों को सावधानी से चलाया जाना अनिवार्य हो जाता है। आगर रोड, देवास रोड और इंदौर रोड पर तो सुबह 10 बजे तक दृश्यता मात्र 400 मीटर रह गई थी। इसके चलते सड़कों पर चल रहे दो पहिया और चार पहिया वाहनों की गति आम दिनों की अपेक्षा कम नजर आ रही थी। वाहन चालक हेडलाईट की रोशनी के सहारे कोहरे की सीमा पार कर रहे थे। शहर के आंंतरिक मार्गों पर भी कोहरे का असर था और रात 1 बजे से धुुंध छानेे लगी थी।

स्कूल का समय बदलने से छोटे बच्चों को राहत, लेेकिन सर्दी से हो रही परेशानी
एक दिन पहले कलेक्टर ने मौसम को देखते हुए नर्सरी से कक्षा 8वीं तक के स्कूलों का समय सुबह 9 से शाम 4 बजे तक कर दिया है। कल जानकारी के अभाव में कई स्कूल 9 बजे से पहले खुल गए थे, लेकिन आज करीब-करीब सभी विद्यालय सुबह 9 बजे से शुरु हुए। इससे बच्चों और पालकों को थोड़ी राहत रही, लेकिन कोहरे और सर्दी के कारण सुबह 9 बजे की शिफ्ट अटैंड करने में भी छोटे बच्चों को परेशानी हुई। मौसम विभाग का अनुमान है कि 3 दिसंबर तक इसी तरह का मौसम बना रहेगा और इस दौरान मावठे की भी संंभावना रहेगी तथा तापमान और नीचे गिरेगा।

इन पर भी मौसम का असर
पिछले तीन दिनों से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। दिन में तापमान गिरने और ठंड बढऩे और दोपहर तक कोहरा छाया रहने के कारण बुधवार को सरकारी दफ्तरों में भी दोपहर 12 बजे तक सन्नाटे जैसी स्थिति थी। नगर निगम मुख्यालय पर सुबह 10.30 बजे ज्यादातर निगमकर्मी पहुंच जाते हैं, लेकिन बीते दिन यहां दोपहर तक सन्नाटा था और गिनती के अधिकारी व कर्मचारी नजर आ रहे थे। पूछने पर बताया गया कि अधिकांश की मतगणना में ड्यटी है और बैठकोंं का दौर जारी है, इस कारण उपस्थिति कम है। इधर नगर निगम व अन्य विभागों में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को निर्वाचन कार्यों ससे अलग रखा गया है। बावजूद इसके कल विकास प्राधिकरण, हाउसिंंग बोर्ड, नगर निगम के सभी झोन कार्यालय से लेकर विद्युत मंंडल के झोनों में भी कर्मचारी दोपहर तक नहीं पहुंचे थे। आज सुबह 11.30 बजे तक भी कई दफ्तरों में उपस्थिति कम थी। इधर ठंड के कारण दौलतगंज किराना बाजार, गोपाल मंदिर क्षेत्र और फ्रीगंज के ज्यादातर इलाकों की कई दुकानें सुबह 10 बजे तक नहीं खुली थी और बाजार में भी सुबह के समय भीड़ कम नजर आ रही थी।

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