निजी कॉलेजों की आधी से ज्यादा सीटें खाली, कल से कॉलेज लेवल काउंसलिंग का चौथा चरण

इंदौर (Indore)। नए शिक्षण सत्र के लिए कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया को डेढ़ महीने से ज्यादा का समय बीत गया है। प्रमुख सरकारी कॉलेजों के अलावा अनुदान प्राप्त और निजी कॉलेजों की सीटें खाली हैं। आज तीसरी कॉलेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) की सूची जारी होगी। कल से खाली सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया के लिए सीएलसी का चौथा चरण शुरू होगा। लंबी मशक्कत के बाद भी निजी कॉलेज अपनी आधी सीटें भी नहीं भर पाए हैं। इन्हें छात्रों के एडमिशन लेने का इंतजार बना हुआ।

मध्यप्रदेश में 1346 कॉलेजों में यूजी और पीजी की तकरीबन 9 लाख 50 सीटें छात्रों के प्रवेश के लिए आरक्षित रहती हैं। इसमें अंडर ग्रेजुएशन (यूजी) के लिए 7 लाख 33 हजार व पोस्ट ग्रेजुएशन (पीजी) के लिए 2 लाख 21 हजार सीटें आरक्षित हैं। प्रदेश में 540 सरकारी कॉलेज, 66 सरकार से अनुदान प्राप्त और 737 निजी कॉलेज हैं। नए शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया जून में ही शुरू हो गई थी। पहले प्रक्रिया में इंदौर के होलकर साइंस, आर्ट एंड कॉमर्स, न्यू साइंस, लॉ कॉलेज, ओल्ड और न्यू जीडीसी आदि प्रमुख सरकारी कॉलेजों में तकरीबन एडमिशन पूरे हो गए हैं, लेकिन इंदौर सहित प्रदेश के निजी और अनुदान प्राप्त कॉलेजों में अभी भी आधी से ज्यादा सीटें खाली हैं। कॉलेज लेवल काउंसलिंग के तीन राउंड पूरे होने के बाद भी छात्रों के प्रवेश का इंतजार बना हुआ है। आज सीएलसी के तीसरे राउंड की सूची जारी की जाएगी। 1 से 5 अगस्त तक सीएलसी का चौथा दौर शुरू होगा।

निजी कॉलेजों की मनमानी… यूनिवर्सिटी की नजर
निजी कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया को लेकर गंभीर अनियमितताएं रहती हैं। इसकी शिकायतें भी यूनिवर्सिटी और उच्च शिक्षा विभाग के पास पहुंचती हैं। जिन कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले छात्रों की कमी है, वह शैक्षणिक गतिविधियों की कमी और पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर न होने के बावजूद छात्रों को आकर्षण के जाल में उलझाकर प्रवेश तो दे देते हैं, बाद में यहां छात्र परेशान होते रहते हैं। ऐसे कॉलेजों पर यूनिवर्सिटी और उच्च शिक्षा विभाग दोनों नजर बनाए हुए हैं।

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