इंदौर में अब एलिवेटेड ब्रिजों पर भी जोर, चंदन नगर की योजना प्राधिकरण को करना पड़ी खत्म, विस्थापितों को आवंटित किए भूखंड भी बेच डाले

  • मामला अधूरे पड़े पश्चिमी रिंग रोड का, 300 करोड़ की लागत से बनने वाले प्रस्तावित एलिवेटेड के लिए कलेक्टर ने खुलवाई फाइल, मौका-मुआयना भी किया

इंदौर। एक तरफ शहर के व्यस्त चौराहों पर फ्लायओवरों का निर्माण किया जा रहा है, वहीं अब लम्बे एलिवेटेड ब्रिजों पर भी जोर दिया जा रहा है। कुछ साल पहले जवाहर मार्ग पर भी इसी तरह के ब्रिज की योजना बनी, जो फाइलों पर ही दफन हो गई और अभी जब वन-वे की प्रक्रिया शुरू की गई तब फिर इस एलिवेटेड ब्रिज की याद आई। इसी तरह एबी रोड पर अभी चार दिन पहले ही चार साल से लम्बित पड़े एलिवेटेड ब्रिज के निर्माण की मंजूरी दी गई, तो अब अधूरे पड़े पश्चिमी रिंग रोड को भी पूरा करने के लिए चंदन नगर से धार रोड को जोडऩे के लिए एलिवेटेड ब्रिज पर चर्चा शुरू हुई। कलेक्टर आशीष सिंह ने कल इसकी फाइल खुलवाई और निगम अधिकारियों के साथ मौका-मुआयना भी किया। उल्लेखनीय है कि प्राधिकरण ने कुछ साल पहले यहां एलिवेटेड ब्रिज की ना सिर्फ योजना बनाई, बल्कि 400 विस्थापितों को भूखंड भी बांट दिए, जो बाद में निरस्त कर टेंडर के जरिए बेच भी डाले। वहीं गत वर्ष यहां घोषित की गई योजना 156 को भी निरस्त करना पड़ा।

चंदन नगर जैसी विशाल अवैध बस्ती के ऊपर से यह एलिवेटेड ब्रिज बनाया जाना था, जिसके लिए प्राधिकरण ने कई वर्षों पहले योजना 156 घोषित की थी। मगर अभी कुछ समय पूर्व जब लैंड पुलिंग एक्ट लागू किया गया, जिसके चलते नए नियमों के तहत पुरानी योजनाओं को खत्म किया गया। चूंकि प्राधिकरण इस योजना में 10 प्रतिशत भी विकास कार्य नहीं कर पाया था, लिहाजा मध्यप्रदेश नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम में हुए संशोधन के बाद प्राधिकरण को चंदन नगर की योजना भी खत्म करना पड़ी। हालांकि मास्टर प्लान की ही 100 फीट रोड यहां प्रस्तावित है। इतना ही नहीं, 2006 में भी प्राधिकरण ने पश्चिमी रिंग रोड को पूरा करने का निर्णय लिया और 400 से अधिक लोगों को विस्थापित करने के एवज में अपनी योजना 136 में भूखंड भी आबंटित कर दिए। मगर चंदन नगर को खाली नहीं कराया जा सका और लोगों ने भूखंड भी आबंटित करा लिए, जिसके चलते कुछ साल पहले प्राधिकरण ने इन सभी आबंटितों को ना सिर्फ निरस्त किया, बल्कि टेंडर के जरिए बेच भी डाले। एयरपोर्ट से योजना 71 तक 30 किलोमीटर लम्बाई की रिंग रोड में चंदन नगर के कारण ही चार किलोमीटर की सडक़ आज तक निर्मित नहीं हुई, जिसके चलते पश्चिमी रिंग रोड अधूरा पड़ा है और बड़े गणपति से यातायात का दबाव लगातार बढ़ता रहा है। अब चूंकि शहर में ओवरब्रिजों के साथ एलिवेटेड ब्रिज पर भी जोर दिया जा रहा है और जो लम्बित फाइलें हैं उन्हें फिर निकाला जा रहा है। एबी रोड के एलिवेटेड ब्रिज को अभी चार दिन पहले ही मंजूरी दी गई। इसी तरह कलेक्टर आशीष सिंह ने धार रोड से एयरपोर्ट रोड को जोडऩे के लिए प्रस्तावित एलिवेटेड रोड के बारे में चंदन नगर चौराहा पर पहुंचकर मौका-मुआयना किया।

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