कांग्रेस के घोषणापत्र में महिलाओं, किसानों और युवाओं पर खास फोकस

नई दिल्‍ली (New Delhi)। आगामी लोकसभा चुनाव (upcoming lok sabha elections 2024) को लेकर कांग्रेस की सोमवार शाम को मैनिफेस्टो कमेटी की आखिरी बैठक हुई. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस का घोषणापत्र युवाओं, महिलाओं, किसानों, पिछड़ों, गरीबों पर फोकस रह सकता है. इसके साथ-साथ बेरोजगारी भत्ता जैसी स्कीम (unemployment allowance scheme) में अच्छा पैसा और सीधे खाते में देने का वादा भी किया जा सकता है. माना जा रहा है कि कांग्रेस इसे गेम चेंजर की तरह पेश कर सकती है.

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस शिक्षा लोन की ब्याज दर में छूट के साथ-साथ केंद्र के लाखों रिक्त पदों को भरने का वादा भी कर सकती है. इसके अलावा सेना की नई अग्निवीर योजना को बंद करके पुरानी भर्ती स्कीम चालू करने का वादा कर सकती है. देश में बार-बार हो रहे पेपर लीक की घटना को रोकने और इसमें शामिल लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने और विश्व में सफल मानी गयी तकनीक और रणनीति के इस्तेमाल का वादा भी कर सकती है.


कांग्रेस के घोषणापत्र में किए जा सकते हैं ये वादे
महिलाओं के लिए गृहलक्ष्मी जैसी योजना से भी ज्यादा पैसे सीधे खाते में डालने का कर सकती है वादा
गैस सिलेंडर 450 रुपये में देने और बस सफर में छूट देने का वादा
किसानों के लिए सीधे कर्ज माफी के बजाय एमएसपी की गारंटी का वादा
किसानों के उपकरणों से जीएसटी हटाने या कम करने का वादा.
महंगाई से निजात पाने के लिए पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने का वादा
जातिगत जनगणना और जिसकी जितनी संख्या उस आधार पर आरक्षण का वादा
न्याय योजना (72 हजार रुपए साल गरीब परिवार को) की तर्ज पर उससे भी बड़ी लुभावनी योजना गरीब मजदूरों के लिए लाने का वादा
सेना को सही OROP देने का वादा, बाकियों को OPS देने का वादा
मनरेगा को पर्याप्त बजट देकर सही तरीके से फिर से लागू करने का वादा
रेलवे के किराए में कटौती, बुजुर्गों को रियायत की वापसी, डायनेमिक फेयर जैसी स्कीम को बंद करने, रेल का निजीकरण नहीं होने देने का वादा.
एक या दो उद्योगपतियों की मदद के बजाय सभी को नियमों के तहत बराबरी का मौका यानी क्रोनी कैपिटालिज़्म को खत्म करने का वादा.
लघु उद्योगों को आगे बढ़ाने के लिए उनके एक हद तक कर्जे माफ करके सस्ती दरों पर कर्ज देने का वादा.
कांग्रेस की आज मैनिफेस्टो कमेटी की आखिरी बैठक थी, लेकिन सदस्यों की मांगें और सलाह इतनी ज्यादा आईं कि, कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि, मुझे एक दिन का वक्त दीजिए. मुझे तय करना होगा कि, देश के बजट के आधार पर हम कितना कर पाते हैं, क्योंकि, हम वही वादा करेंगे जो पूरा कर सकें.

मंगलवार शाम फिर होगी बैठक
इसके बाद एक और बैठक होने की बात तय हुई. कल शाम साढ़े 4 बजे दोबारा सभी सदस्य बैठकर घोषणापत्र के ड्राफ्ट को अंतिम रूप देंगे. उसके बाद इसे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सौंपा जाएगा. कांग्रेस इस बार अपना घोषणापत्र जल्दी लाने का मन बना रही है.

राज्यों से जुड़े मुद्दों को शामिल कर सकती है पार्टी
इसके अलावा पार्टी राज्यों से जुड़े बड़े मुद्दों को भी अपने घोषणापत्र में जगह दे सकती है. घोषणापत्र हिंदी, अंग्रेजी के साथ ही क्षेत्रीय भाषाओं में भी जारी होगा और डिजिटली उपलब्ध रहेगा. सबसे खास बात ये है कि, घोषणापत्र और पार्टी के प्रचार प्रसार के लिए पारंपरिक तरीकों के साथ सोशल मीडिया के अलावा AI तकनीक के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल की रणनीति को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है.

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