गिराऊ मकानों की खतरनाक स्थिति का सर्वे शाही सवारी से पहले हो

  • सवारी के दौरान मकानों के नीचे खड़े होकर ही भीड़ करती है पालकी के दर्शन-हो सकता है हादसा-केवल सूचना चस्पा करने से कुछ नहीं होगा

उज्जैन। सवारी मार्ग पर एक दर्जन से अधिक गिराऊ हालत के मकान है और शाही सवारी पर भारी भीड़ रहेगी। अब तक निकली सवारियों में यह देखने में आया है कि गिराऊ मकानों के नीचे न बेरिकेट लगाए जाते हैं और न ही भीड़ को हटाने की कोई व्यवस्था होती है। ऐसे में कभी भी हादसा हो सकता है।

हर वर्ष महाकाल सवारी से पहले नगर निगम द्वारा सवारी मार्ग के गिराऊ मकानों पर सूचना चस्पा कर अपना काम पूरा मान लिया जाता है और आज तक इन मकानों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई जबकि ये जर्जर मकान कई सालों से उसी स्थिति में खड़े हुए हैं और हर बार सवारी निकलने के दौरान लोग इन जर्जर गिराऊ मकानों के नीचे खड़े होकर सवारी देखते हैं लेकिन इन्हें यहाँ से हटाने के लिए कोई तैयार नहीं रहता। इस बार भी अब तक महाकाल की 7 सवारियाँ निकल चुकी हैं और मार्ग के सभी मकानों पर प्रशासन ने सूचना के नोटिस लगा दिए हैं और श्रद्धालुओं की भीड़ इन्हीं जर्जर भवनों के नीचे खड़ी होकर पालकी के दर्शन करती नजर आती है और लोगों की जान खतरे में बनी रहती है। अब समय आ गया है कि प्रशासन सवारी मार्ग के इन सभी गिराऊ और जर्जर मकानों का सर्वे कराए और इन्हें हटाने की कार्रवाई करे लेकिन नहीं तो भविष्य में गंभीर हादसा हो सकता है।

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