व्यंग्य : दावेदारी का मनोविज्ञान

किसी भी चुनाव से ऐन पहले राजनीति में सबसे ज्यादा पैदा होने वाली प्रजाति है दावेदार । असल में ये राजनीति का कबाड है, लेकिन, ये ऐसा मानते कभी नहीं। चुनाव की आहट पाते ही ये खुद को झाड-पोछकर मार्केट में ले आते हैं, कुछ हुआ तो ठीक वरना फिर से यथास्थिति में पहुंच जाते … Read more