मानव जीवन प्रभु का प्रसाद, इसे खुशहाल बना कर जिएं : डॉ वसंतविजयजी 

कृष्णगिरी! राष्ट्रसंत, यतिवर्य, सर्वधर्म दिवाकर डॉ वसंतविजयजी (Dr. Vasantvijay)ने अपने प्रवचन में कहा कि मानव जीवन परमात्मा की ओर से मिला हुआ बेशकीमती उपहार है, इसे विषाद नहीं प्रसाद बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियां सबके जीवन में आती है इसलिए व्यक्ति को हर परिस्थिति में प्रभु का प्रसाद मानकर खुशहाल जीवन … Read more