धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) निदेशक मंडल की बैठक 18 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में होगी। बैठक की अध्यक्षता एचपीसीए अध्यक्ष अरुण धूमल करेंगे। एचपीसीए की ये बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि कोरोना काल से स्टेडियम में हर तरह की गतिविधि बंद चल रही है।
बैठक का मुख्य मुद्दा संघ की विशेष कमेटी द्वारा एसोसिएशन एवं खेल गतिविधियों को चलाने के लिए बनाई गई एसओपी पर मंथन होगा। कमेटी की यह एसओपी इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि पिछले एक साल से न तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में कोई आयोजन हुआ है और न ही स्टेडियम को पर्यटकों के लिए खोला गया है। इसके लिए पिछले करीब एक साल से खिलाड़ियों का अभ्यास भी बंद पड़ा है। ऐसे में कमेटी ने बीसीसीआई व सरकार के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए कुछ सिफारिशें तैयार की हैं, जिसके आधार पर खेल गतिविधियों को शुरू किया जा सकता है और स्टेडियम पर्यटकों के लिए खोला जा सकता है।
निदेशक मंडल की बैठक में एचपीसीए धर्मशाला के स्टाफ में कटौती करने पर भी फैसला लिया जा सकता है, क्योंकि कोरोना काल के दौरान एचपीसीए ने अपना कुछ ग्राउंड स्टाफ व ऑफिस स्टाफ भी कम कर दिया है। इसके अलावा सोशल मीडिया प्रभारी का पद खत्म ही कर दिया है। ऐसे में एचपीसीए मौजूदा स्टाफ से ही काम चलाने पर विचार कर रही है। भविष्य में जब कोई बड़ा आयोजन होगा तो आउटसोर्स पर कर्मचारियों को बुलाया जाएगा।
उधर कोरोना काल में बंद पड़े स्टेडियम के चलते एचपीसीए को रोजाना करीब 30 हजार का नुकसान उठाना पड़ रहा है। गौर हो कि स्टेडियम देखने अमूमन हर दिन 1500 से दो हजार पर्यटक आते हैं। एसोसिएशन हर पर्यटक से 20 रुपये एंट्री फीस लेती है, जो कोरोना काल में बंद है। ऐसे में एचपीसीए को हर माह बिना कोई निवेश किए अर्जित होने वाला 30 हजार रुपये का नुकसान हो रहा है। (एजेंसी, हि.स.)
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