नई दिल्ली । रक्षा मंत्री (Defense Minister) राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मंगलवार को भारतीय सेना को (To the Indian Army) कई स्वदेशी हथियार (Many Indigenous Weapons) सौंपे (Handed Over) और सेना की ताकत बढ़ाई (Increased the Strength of Army) । इन हथियारों में एंटी-कार्मिक लैंड माइन निपुण, पैंगोंग झील में संचालन के लिए लैंडिंग क्राफ्ट अटैक, पैदल सेना के लड़ाकू वाहन और कई अन्य प्रणालियां शामिल हैं।
इस मौके पर भारतीय सेना के मुख्य इंजीनियर लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने सेना प्रमुख की ओर से देश को आश्वस्त किया है कि हम किसी भी खतरे से निपटने को तैयार हैं। भले वह पश्चिमी रेगिस्तान (पाकिस्तान) हो या लद्दाख सेक्टर में ऊंचाई वाले स्थान (चीन) से सटे इलाके। यह बात उन्होंने सेना को अत्याधुनिक हथियार प्रणालियां सौंपे जाने के दौरान कही। लेफ्टीनेंट जनरल हरपाल सिंह ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए भारत सरकार ने कई नीतिगत निर्णय लिए हैं। इन हथियारों में एंटी पर्सनेल माइंस, आमने सामने लड़ाई के हथियार, इन्फैंट्री के लड़ाकू वाहन शामिल हैं।
देश की सीमाओं पर बढ़ती चुनौतियों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कई स्वदेशी हथियार सेना को सौंपे। इनमें एके-203 और एफ-इंसास राइफलों के अलावा नई एंटी पसोर्नेल माइन ‘निपुण’ भी शामिल है। नए हथियार ईईएल व अन्य भारतीय कंपनियों ने विकसित किए हैं।
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भारतीय सेना के फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री सोल्जर इन एसिस्टम (एफ-इंसास) की नई हथियार प्रणालियों और एके-203 असॉल्ट राइफल व शस्त्रों की जानकारी दी गई।