
फरीदाबाद. सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल (white collar terrorist module) को लेकर चर्चित धौज स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी (Al-Falah University) से करोड़ों रुपये का काला धन (black money) हर साल इकट्ठा हो रहा था। ये काला धन आतंकी गतिविधियों में लगाया जा रहा था या फिर इसे अन्य कहीं प्रयोग किया जा रहा था, इसका खुलासा ईडी (ED) की जांच के बाद ही होगा।
यूनिवर्सिटी में ये काला धन छात्राें की फीस के तौर पर अर्जित किया जा रहा था। एमबीबीएस की 200 सीटों में से काफी संख्या में छात्रों से अधिकतर रकम कैश के तौर पर ली जा रही थी। ईडी की टीम सोमवार से यूनिवर्सिटी परिसर पहुंचकर अपनी जांच शुरू कर सकती है।
अल-फलाह यूनिवर्सिटी की ओर से फीस व अन्य शुल्क के लिए जम्मू कश्मीर बैंक में ही खाता खुलवाया गया है। इस बैंक खाते की डिटेल यूनिवर्सिटी परिसर में अकाउंट्स विंग और फीस काउंटर के बाहर भी चस्पा है।
छात्रों के अनुसार जब भी फीस, हॉस्टल चार्ज या अन्य शुल्क की मांग ईमेल या मैसेज के जरिये यूनिवर्सिटी की ओर से की जाती है तो उसमें जम्मू कश्मीर बैंक के खाते की डिटेल भी दी जाती है। ईडी की जांच शुरू होने के बाद ही ये खुलासा होगा कि जम्मू कश्मीर बैंक में ही खाता फरीदाबाद स्थित यूनिवर्सिटी की ओर से आखिर क्यों खुलवाया गया था।
जम्मू कश्मीर बैंक का खाता ही प्रयोग करती है यूनिवर्सिटी
बैंक खातों की जांच में ईडी को मिलेंगे चौकाने वाले खुलासे
ईडी की टीम सोमवार को अपनी जांच शुरू कर सकती है
अल-फलाह यूनिवर्सिटी का मुख्य गेट रहा बंद
रविवार को भी धौज स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी के बाहर सन्नाटा फैला रहा। सुरक्षाकर्मियों ने गेट को लगभग पूरे समय बंद ही रखा. मुख्य द्वार से सिर्फ मरीजों और जांच कर रहीं टीमों का आवागमन जारी रहा। इस दौरान जो भी गाड़ियां परिसर में आ और जा रही थी, उनकी चेकिंग की जा रही थी
दिल्ली स्पेशल सेल, यूपी एटीएस ने फिर पहुंची कैंपस
दिल्ली बम धमाके और फरीदाबाद में विस्फोटक मिलने को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी एटीएस की टीम जांच के लिए रविवार को फिर से अल-फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची। ये टीमें दोपहर में अलग-अलग समय पर यूनिवर्सिटी परिसर पहुंची। टीमों ने यहां लगभग 4 से 5 घंटे तक जांच की। इस दौरान कुछ रेकॉर्ड भी टीम ने खंगाले और दस्तावेज भी जब्त किए गए।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम रविवार को जब यूनिवर्सिटी परिसर पहुंची तो उनकी हिरासत में एक आरोपी भी था। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो दिल्ली बम धमाके की साजिश में शामिल इस आरोपी को साथ लेकर यूनिवर्सिटी परिसर में निशानदेही कराई गई। टीम इसे लेकर फतेहपुर तगा गांव के उस ठिकाने पर भी पहुंची, जहां से 2500 किलो से अधिक अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया। सूत्रों की मानें तो इस आरोपी को सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल की पूरी प्लानिंग के बारे में पता था। ये जानता था कि विस्फोटक इकट्ठा किया जा रहा है।
परीक्षा टालने की छात्रों की मांग यूनिवर्सिटी ने नहीं मानी
30 अक्तूबर को यूनिवर्सिटी परिसर से संदिग्ध आतंकी डॉ. मुज्जमिल को गिरफ्तार किए जाने के बाद से लगभग हर दिन अलग-अलग जांच एजेंसियों की टीमें यूनिवर्सिटी पहुंच रही है। यहां पर अपनी जांच करने के अलावा ये टीमें यूनिवर्सिटी के
छात्रों व स्टॉफ से भी पूछताछ कर रही हैं
आतंकी मॉड्यूल सामने आने के बाद से यहां के छात्र परेशान हैं। छात्र पढ़ाई पर फोकस नहीं कर पा रहे हैं। बड़ी संख्या में छात्रों ने परीक्षा स्थगित करने की मांग यूनिवर्सिटी प्रबंधन से की थी लेकिन उनकी मांग नहीं मानी गई। विरोध के बावजूद शनिवार को कम्युनिटी मेडिसिन का एग्जाम यूनिवर्सिटी कैंपस में आयोजित किया गया
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