
महंगी हो सकती है रोजमर्रा की चीजें
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की नरमी के बावजूद घरेलू बाजार में ईंधन की कीमतें बढ़ती जा रही हैं। दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल की कीमत जहां 80.43 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है। वहीं डीजल 17 पैसे महंगा होकर 81.52 रुपये प्रति लीटर हो गया है। दिल्ली में डीज़ल की कीमत अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर है। पेट्रोल व डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है।
मध्यप्रदेश के प्रमुख शहरों में डीजल के दाम
इंदौर-डीजल 81.05 16 पैसे की बढ़ोतरी
भोपाल-डीजल 80.78 15 पैसे की बढ़ोतरी
उज्जैन-डीजल 81.18 15 पैसे की बढ़ोतरी
ग्वालियर-डीजल 80.93 15 पैसे की बढ़ोतरी
जबलपुर-डीजल 80.96 15 पैसे की बढ़ोतरी
देवास- डीजल 81.19 15 पैसे की बढ़ोतरी
पेट्रोल के दाम यथावत रहे।
कारोबारियों का कहना है कि माल ढुलाई बढ़ने से फल-सब्जियों की कीमत में और उछाल आना तय है। वहीं, एफएमसीजी वस्तुओं यानी रोजमर्रा की चीजों की कीमतों में भी इजाफा हो सकता है। डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण माल ढुलाई में इजाफे का असर एकसाथ पूरे देश पर दिखाई देगा। इससे एफएमसीजी कंपनियों पर दबाव बढ़ेगा और वे कीमतों में बढ़ोतरी को मजबूर हो जाएंगी।
फल और सब्जियों की कीमतों में ढुलाई का हिस्सा दूसरी वस्तुओं के मुकाबले ज्यादा होता है। दरअसल, अलग-अलग किसानों के पास कम मात्रा में फल-सब्जी होती हैं। उन्हें अपने उत्पाद मंडी तक पहुंचाने में बड़ी कंपनियों के मुकाबले ज्यादा खर्च करना पड़ता है। फलों के मामले में हालात कुछ ज्यादा ही अलग हैं। फलों को अलग-अलग राज्यों से पहले दिल्ली लाया जाता है। इसके बाद उनका पूरे देश में वितरण होता है। ऐसे में माल ढुलाई बढ़ने पर फलों की कीमतों में और तेज वृद्धि हो सकती है।
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