नई दिल्ली: कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games 2022) के 22वें एडिशन में महिला लॉन बॉल टीम ने इतिहास रच दिया. लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की की भारतीय चौकड़ी गोल्ड मेडल अपने नाम किया. कॉमनवेल्थ गेम्स के 22वें एडिशन में भारत के अब कुल 10 मेडल हो गए हैं.
लॉन बॉल में भारत पहली बार कोई मेडल जीत सका है. भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी, ये एक बड़ा उलटफेर था. न्यूजीलैंड की टीम ने लॉन बॉल में अभी तक 40 मेडल जीते हैं. भारती टीम न्यूजीलैंड को 16-13 से हराकर पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) के फाइनल में पहुंची थी.
भारतीय टीम ने फाइनल मैच में अफ्रीकी टीम को 17-10 से हराकर ये मेडल अपने नाम किया. कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन बॉल 1930 की शुरुआती सीजन से ही खेला जा रहा है. भारत की बात करें तो उसने कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन बॉल में कभी भी मेडल नहीं जीता था. लेकिन अब इतिहास में पहली बार भारत को इस खेल में मेडल मिल गया है. भारत ने पहली बार लॉन बॉल में 2010 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लिया था.
कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) के 92 साल के इतिहास में पहला मौका है, जब भारतीय लॉन बॉल महिला टीम ने कोई मेडल अपने नाम किया है. वहीं कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत का ये चौथा गोल्ड मेडल है. फाइनल मैच में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली. ये मुकाबला एक समय 10-10 की बराबरी पर था, इसके बाद भारत ने बढ़त हासिल कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया.
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