बीजिंग (Beijing)। चीन में फैले कोविड संक्रमण (Kovid infection spread in China) की वजह से मचे कोहराम की वजह से पूरी दुनिया चिंता में है, हालांकि इस साल कोरोना की चिंता (Corona’s concern) किए बिना पूरी दुनिया में नए साल का स्वागत जोश (happy new year) के साथ किया। वहीं कोरोना से जूझ रहे चीन के वुहान में भी नए साल का जश्न मनाने के लिए हजारों लोग रात वुहान में एकत्र हुए। नागरिकों ने परंपरा के अनुसार 12 बजते ही आसमान में गुब्बारे छोड़े। इस बीच राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने नए साल के संबोधन में कहा- चीन को कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। देश में कोविड का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। नई लहर का सामना करना मुश्किल है।
वहीं शी जिनपिंग ने नए साल के संबोधन में यह तो माना कि देश चुनौती का सामना कर रहा है, बावजूद इसके दुनिया को बताया जा रहा है कि चीन में सब कुछ सही है। चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि चीन में कोविड के हालात काबू में हैं और संक्रमण व मौत के मामले बस उतने ही हैं, जितने कि आधिकारिक तौर पर बताए गए हैं।
चीन में कोविड की भयावह स्थिति की बातें सिर्फ विदेशी मीडिया के प्रपंच की वजह से हो रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) सहित दुनियाभर के कई संगठन चीन से कोविड संक्रमण व मौत के मामलों के वास्तविक आंकड़े साझा करने का अनुरोध कर चुके हैं। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) के अधीन आने वाले चिकित्सा प्रशासन ब्यूरो के प्रमुख जियाओ याहुई ने कहा कि चीन पूरी पारदर्शिता के साथ आंकड़े दिए हैं।
आपको बता दें कि चीन में कोविड से बुरा हाल है। अस्पतालों में जगह नहीं है और कब्रिस्तानों में अंतिम संस्कार के लिए कतारें लग रही हैं। सड़कें खाली हैं। अस्पतालों में लोगों को बेड नहीं मिल रहे हैं। इस बीच. सामने आया था कि चीन नए साल से कोरोना से जुड़े आंकड़े महीने में एक बार ही जारी करेगा। उस पर कोरोना के आंकड़े छिपाने का आरोप हमेशा से ही लगता आ रहा है। वहीं, डब्ल्यूएचओ ने चीन पर रियल टाइम कोविड डेटा को साझा करने का दवाब बनाया है। इस दौरान डब्ल्यूएचओ ने उच्च जोखिम वाले लोगों के लिए गंभीर बीमारी और मृत्यु से बचाने के लिए टीकाकरण और बूस्टर के महत्व को भी दोहराया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम ने चीनी अधिकारियों से मुलाकात की और चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों से अस्पताल में भर्ती होने, गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) में प्रवेश और मृत्यु सहित बीमारी के प्रभाव पर अधिक आनुवंशिक अनुक्रमण डेटा की मांग की थी। साथ ही चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण और रोकथाम प्रशासन के अधिकारियों से कोरोना टीकाकरण का डेटा भी नियमित रूप से साझा करने के लिए कहा गया, खासकर कमजोर लोगों और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में। डब्ल्यूएचओ ने इसे लेकर एक बयान भी जारी किया है।
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