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बारिश ने बनाया नया रिकॉर्ड: दिल्ली में 1964 के बाद सबसे ज्यादा बरसात, अभी दो दिन और बरसेंगे बदरा

नई दिल्ली। राजधानी में लगातार हो रही बारिश ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। बृहस्पतिवार तक दिल्ली में इस मानसून में कुल 1170.7 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है जो 1964 के बाद 57 साल में सबसे अधिक है। अब तक की तीसरी बार सबसे अधिक बारिश है। मौसम विभाग के मुताबिक 1964 में 1190.9 मिमी बारिश हुई थी।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिन तक मानसून सक्रिय रहेगा और पिछले 57 साल का रिकॉर्ड टूट सकता है। बृहस्पतिवार तक सितंबर में दिल्ली में अब तक कुल 404.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। इससे पहले 1944 में 417.3 मिमी बारिश का रिकॉर्ड है। वर्ष 2019 में मानसून अवधि में 404 मिमी बारिश हुई थी।

विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून की वापसी तक यह अब तक का दूसरा सबसे अधिक बरसात वाला मानसून साबित हो सकता है। आम तौर पर दिल्ली में मानसून के दौरान 653.6 मिमी बारिश दर्ज की जाती है। पिछले साल 648.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। 1 जून से 15 सितंबर  सामान्य रूप से 614.3 मिमी वर्षा होती है।


विशेषज्ञों का अनुमान है कि दिल्ली से मानसून 25 सितंबर तक वापसी कर सकता है। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत के मुताबिक, 23-24 सितंबर तक बारिश का दौर जारी रहेगा। इस दौरान रुक-रुककर बारिश होती रहेगी। ऐसे में  दिल्ली अपना दूसरा सबसे अधिक बारिश वाले मानसून का रिकॉर्ड तोड़ सकती है।

पिछले दो दशकों में यह केवल तीसरी बार है जब दिल्ली में मानसून की बारिश ने 1000 मिमी के निशान को पार किया है। 2010 में मानसून के मौसम में 1031.5 मिमी बारिश दर्ज की गई थी।

सितंबर में 77 साल में सबसे अधिक बारिश, 404.1 मिमी
मौसम विभाग के मुताबिक, सफदरजंग मानक केंद्र पर सितंबर में अब तक 404.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है जो 77 वर्षों में सबसे अधिक है। इससे पहले 1944 में  417.3 मिमी बारिश हुई थी जो 1901-2021 की अवधि में सबसे अधिक बारिश थी। दिल्ली में इस महीने की शुरुआत में लगातार दो दिन में 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई थी। इस कड़ी एक सितंबर को 112.1 मिमी और दो सितंबर को 117.7 मिमी का रिकॉर्ड है।

20.2 मिमी और बारिश होगी तो टूटेगा 64 का रिकॉर्ड
दिल्ली में 1170.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है। इससे पहले 1964 में 1190.9 मिमी बारिश का रिकॉर्ड है। यानी 1964 के रिकॉर्ड को ध्वस्त करने के लिए दिल्ली को कुल 20.2 मिमी बारिश की आवश्यकता है।

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