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कोरोना वायरस शरीर पर किस प्रकार से हमला करता है, जरूर पढ़ें

कोरोना वायरस के संक्रमण से सारा विश्‍व लड़ रहा है व विभिन्‍न देशों के वैज्ञानिक वेक्‍सीन बनानें की कोशिश कर रहें हैं और आशा भी है कि कोरोना वायरस की वैक्‍सीन जल्‍द ही बन जाये । आप तो जानतें ही हैं कि यह खतरनाक कोरोना वायरस करीब एक साल पहले चीन के वुहान शहर से शुरू हुए जानलेवा वायरस से अब तक दुनिया भर में 14 लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 6 करोड़ से ज़्यादा लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं। ये वायरस जानलेवा भी साबित हो रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये शरीर पर कैसे अटैक करता है? तो आज हम आपको बतानें जा रहें है कि कोरोना वायरस शरीर पर किस तरह से हमला करता है तो आइए आपको बताते हैं कि आखिर ये वायरस आपके शरीर पर कैसे असर डालता है।

कैसे करता है कोरोना वायरस अटैक

ये वायरस आपके शरीर में तब प्रवेश करता है जब आप संक्रमित बूंदों को सांस के द्वारा अंदर खींच लेते हैं या फिर आप किसी संक्रमित सतह को छू लेते हैं और फिर उन्हीं हाथों से अपनी आंखें, मुंह या नाक को छूते हैं। इसके बाद वायरस के कण गले तक पहुंच जाते हैं और कोशिकाओं पर छिपक जाते हैं और अपनी आनुवंशिक सामग्री कोशिकाओं में ट्रांसफर कर देते हैं। जिससे मानव कोशिकाएं ऐसे कारखाने में तबदील हो जाती है, जो और ज़्यादा वायरस कणों का उत्पादन करने लगती है।

ऐसे लड़ता है इम्यून सिस्टम

जैसे-जैसे वायरस बढ़ने लगता है, यह गले के नीचे चला जाता है। जिससे बुख़ार और खांसी शुरू हो जाती है। जो इस बात का संकेत भी है कि इम्यून सिस्टम इस वायरस से लड़ रहा है। कोरोना वायरस से संक्रमित कई लोगों में इसके लक्षण बिल्कुल नहीं दिखते हैं।

फेफड़ों को करता है कमज़ोर

गंभीर मामलों में, जब वायरस फेफड़ों में पहुंचता है, तो यह सूजन यानी इंफ्लामेशन को पैदा करता है। जिससे फेफड़ों को रक्तप्रवाह में ऑक्सीजन भेजने में कठिनाई आती है। इस वजह से फेफड़ों में पानी भरना शुरू हो जाता है और सांस लेने में मुश्किल आने लगती है। कई मरीज़ों को सांस लेने में मदद के लिए वेंटीलेटर का सहारा लेना पड़ता है।

कोरोना का गंभीर रूप

चीन के डाटा के अनुसार, ऐसा कोरोना वायरस के 7 में से एक मरीज़ के साथ होता है। कोरोना वायरस की वजह से जिन लोगों ने जान गंवाई हैं या गंभीर हालत में हैं, उनमें से ज़्यादातर पहले से ही किसी बीमारी से ग्रस्त थे, जिसकी वजह से उनका इम्यून सिस्टम काफी कमज़ोर था। गंभीर रूप से बीमार होने वाले 6% लोगों में, फेफड़ों की सूजन इतनी गंभीर हो जाती है कि शरीर को जीवित रहने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है।

कैसे होते हैं शुरुआती लक्षण

कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति में शुरुआती लक्षण बेहद साधारण होते हैं। इस दौरान व्यक्ति को बुखार आता है और बहुत ज़्यादा थकावट होती है। साथ ही रोगी को सूखी खांसी, सर्दी-ज़ुकाम भी हो सकता है। इसके अलावा कई लोगों में डायरिया या सूंघने और स्वाद की शक्ति ख़त्म होने जैसी भी शिकायतें देखने को मिली हैं।

ऐसे करें बचाव

ऐसे वक्त में जब न तो कोविड-19 का इलाज है और न ही वैक्सीन, ये बेहद ज़रूरी है कि सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य सलाह का पालन करके अपनी रक्षा करें। जिसमें सामाजिक दूरी बनाना और स्वच्छता बनाए रखना भी शामिल है।

नोट– उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्‍य जानकारी के उद्देश्‍य के लिए हैं। इन्‍हें किसी प्रोफेशल डॉक्‍टर की सलाह के रूप में न समझें कोई भी बीमारी या संक्रमण की स्थिति हो तो तुरंत डॉक्‍टर को दिखायें या सलाह लें ।

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