जीवनशैली

खर्राटे लेने की समस्‍या की समस्या है तो इस तेल का करें इस्तेमाल

आजकल बहुत से लोग खर्राटे की समस्या से ग्रसीत है। युवा हो या बुजुर्ग इस समस्या को लेकर कई बार लापरवाही भी कर बैठते है, जिसका परिणाम काफी भयंकर भी हो सकता है। इसलिए आयुर्वेद में ऐसे कई उपाय बताए गए है, जो इस समस्या का निवारण कर सकते है। जिसमें है एसेंशियल तेल। यह कई तरह की बीमारियों का इलाज करने में प्रयोग किया जाता है।
एसेंशियल ऑयल ( essential oil) खर्राटे की समस्या को काफी हद तक दूर कर सकते हैं। खर्राटे लेना एक बहुत ही आम समस्या है जो कम से कम तीस प्रतिशत वयस्क और साठ साल से ऊपर के लगभग पचास प्रतिशत लोगों को होती है।
एसेंशियल ऑयल को खर्राटों का इलाज करने और अपनी नींद की क्वालिटी इंप्रूव करने के लिए प्रयोग करते हैं।

इस तरह काम करता हैं एसेंशियल ऑयल ( essential oil)
सोते समय जब आपके मुंह और नाक की हवा का प्रवाह आंशिक रूप से बाधित हो जाता है तो खर्राटे की आवाज आती है। खर्राटे की समस्या बढ़ने पर अनिद्रा और स्लीप एप्निया की बीमारी हो सकती है। स्लीप एप्निया डिस्ऑर्डर में सोते समय सांस बार- बार रुकती और चलती है। फाइटोथेरेपी रिसर्च में छपे एक क्लिनिकल ट्रायल में बताया गया है कि कई लोगों में एसेंशियल ऑयल के मिश्रण से खर्राटे की समस्या काफी हद तक घट गई। आइए जानते हैं ऐसे 10 एसेंशियल ऑयल के बारे में जो खर्राटे रोकने और अच्छी नींद लाने में मदद कर सकते हैं।

पिपरमिंट एसेंशियल ऑयल
पिपरमिंट एसेंशियल ऑयल में एंटी बैक्टीरियल एंटी वायरल और शीतलता देने वाले गुण हैं। पिपरमिंट ऑयल सूंघने से साइनस साफ हो जाते हैं और आपके लिए सांस लेना आसान हो जाता है।
थाइम एसेंशियल ऑयल
थाइम एसेंशियल ऑयल में सूजन रोधी, एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। थाइम ऑयल खर्राटे रोकने में काफी प्रभावी है । इससे अन्य स्वास्थ्य वर्धक प्राकृतिक चीजों के साथ मिलाकर भी प्रयोग किया जा सकता है।
खस का तेल
खस का तेल सोने के दौरान अच्छी तरह सांस लेने में मदद करता है। 2010 के एक अध्ययन के अनुसार, खस का तेल सांस छोड़ने की क्वालिटी को बढ़ाता है, इसलिए जो लोग बहुत खर्राटे लेते हैं उनके लिए खस का तेल अच्छी तरह साँस लेने में बहुत ही मददगार है।
यूकेलिप्टस एसेंशियल ऑयल
यूकेलिप्टस की पत्तियों को सुखाकर, कुचलकर और डिस्टिल करके यूकेलिप्टस ऑयल को निकाला जाता है। यूकेलिप्टस ऑयल को सूंघने से श्वसन तंत्र का म्यूकस ढीला हो जाता है जो खर्राटों को काफी हद तक घटा देता है।
सेज एसेंशियल
सेज एसेंशियल ऑयल में भी जीवाणुरोधी गुण होते हैं । इसे सेज की पत्तियों को वाष्पीकरण करके निकाला जाता है। ऐसेन्शियल ऑयल का प्रयोग करने से नींद की क्वालिटी बेहतर होती है।

मरजोराम एसेंशियल ऑयल
मरजोराम मिंट फैमिली का एक सुगंधित पौधा है । मरजोराम की सुगंध नासिका मार्ग को खोल देती है जिससे ज्यादा खर्राटे लेने वालों को आराम मिलता है।

लेमन एसेंशियल ऑयल
लेमन एसेंशियल ऑयल को ताजे नींबू के छिलकों से कोल्ड प्रेस विधि से निकाला जाता है। एक अध्ययन के अनुसार लेमन एसेंशियल ऑयल को स्प्रे या गार्गल की तरह प्रयोग करने खर्राटे कम करने में मदद मिलती है।
लैवेंडर एसेंशियल ऑयल
लैवेंडर एसेंशियल ऑयल सूंघने से बेहतर नींद आती है। लैवेंडर ऑयल सूंघने का हल्की नींद की समस्याओं पर अच्छा असर देखा गया है।
सौंफ का तेल
फेनल एसेंशियल ऑयल को सौंफ के बीजों को कुचल कर और भाप में डिस्टिल करके निकाला जाता है। सौंफ के तेल में सूजन रोधी गुण होते हैं जो नाक और गले की सूजन को कम करके नासिका मार्ग में हवा का प्रवाह सुधारते हैं।
इस तेल को इस तरह करें इस्तेमाल
– हवा में थोड़ा सा एसेंशियल ऑयल डिफ्यूज कर दें और उसे सूंघें।
– नहाने के पानी में कुछ बूंदे मिला सकते हैं
– एसेंशियल ऑयल को पतला करके कुछ बूंदें आप अपने तलवों में लगा सकते हैं
– एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें एक कप पानी में लें और उससे कुछ मिनट तक गार्गल करें
– एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें आप किसी और तेल में मिलाकर अपनी त्वचा की मालिश भी कर सकते हैं।

ध्यान दें कि एसेंशियल ऑयल को हमेशा किसी और तेल जैसे नारियल का तेल, बादाम का तेल या ऑलिव (जैतून) के तेल में मिलाकर ही प्रयोग करें।

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