
इंदौर। कोरोना की वैक्सीन क्या आ गई… शहर के लोग बेपरवाह हो गए। शायद उन्हें लगा कि सब ठीक हो गया है…लेकिन यह भूल कहीं भारी न पड़ जाए। हम डरा नहीं रहे हैं, आप को सतर्क कर रहे हैं, क्योंकि वैक्सीन की प्रक्रिया और असर की अवधि पूरी होना अभी बाकी है। ऐसे में संभल जाएं, क्योंकि कोरोना के मरीजों की संख्या फिर बढ़ने लगी है। चार दिन में संक्रमण की दर ढाई गुना बढ़ चुकी है।
10 फरवरी को शहर में 1968 सैंपलों की जांच में सिर्फ 33 लोग संक्रमित मिले थे। शनिवार को 1756 सैंपलों की जांच में ही 73 संक्रमित मिल गए। डाक्टरों के मुताबिक, शहर में अब तक हर्ड इम्यूनिटी नहीं आई है। ऐसे में कोविड की गाइडलाइन का उल्लंघन महंगा पड़ सकता है। मरीजों की बढ़ती संख्या शासन-प्रशासन की चिंता बढ़ा रही है। डाक्टरों का कहना है कि मौसम में घुली हल्की ठंड कोरोना वायरस के लिए अनुकूल है। ऐसे में जरा सी असावधानी मरीजों की संख्या को तेजी से बढ़ा सकती है।
रविवार को कोरोना के नए 89 मरीज मिले हैं, जबकि एक की मौत हुई है। रविवार को 1597 मरीजों की जांच की गई थी। 21 जनवरी के बाद से शहर में कोरोना से मौत का सिलसिला थम गया था, लेकिन संक्रमण से शनिवार को दो और रविवार को एक की मौत हो गई। शहर में हर्ड इम्यूनिटी की स्थिति नहीं है। 40% से ज्यादा लोगों के शरीर में एंटीबाडी बनने के बाद ही हम इसकी बात कह सकते हैं। फिलहाल मास्क ही बचाव का बेहतर उपाय है।
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