
इंदौर। झोन 7 वार्ड 34 के अंतर्गत आने वाले निरंजनपुर गुरुद्वारा से देवास नाका तक मार्ग पर 84 लाख रुपये की लागत से निर्माणाधीन सेंट्रल डिवाइडर के कार्य का आज जनकार्य एवं उद्यान प्रभारी राजेंद्र राठौर द्वारा स्थल पर पहुँचकर निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान वार्ड क्रमांक 34 के पार्षद प्रतिनिधि अंकित चौधरी भी उपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान राठौर ने पाया कि संबंधित ठेकेदार यश इंटरप्राईजेस प्रोप्रा-यशपालसिंह परिहार द्वारा सेंट्रल डिवाइडर का निर्माण अत्यंत घटिया स्तर पर किया जा रहा है। निर्माण सामग्री गुणवत्ताहीन एवं स्टील मानक अनुसार नहीं पाया गया। निडिल वाइव्रेटर का उपयोग नहीं किए जाने एवं शटरिंग में प्रॉपर पेंकिग नहीं होने से सेग्रीगेशन होना पाया गया तथा कई स्थान पर हनीकांबिंग (मधुमक्खी के छत्ते की तरह कांक्रिट) पाई गई।
कई स्थानों पर आर.सी.सी. की गुणवत्ता घटिया स्तर की रखी है। डिवाईडर की आर.सी.सी. दिवाल कई स्थानों पर अंदर से खोखली हो रही है। सीमेंट तथा डिवाइडर के भीतर लगा सरीया (लोहे की छड़ें) स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं, जो निर्माण गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्न खड़े करती है।
इस स्थिति को गंभीरता से देखते हुए श्री राठौर द्वारा तत्काल आयुक्त तथा अपर आयुक्त को दूरभाष पर मौके की जानकारी दी गई तथा संबंधित अधिकारियों एवं ठेकेदार के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जनहित से जुड़े निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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